उत्तर प्रदेश का हर 'जिला' अपने आप में बेहद ख़ास है, हर जिले की ख़ासियत जानिए

उत्तर प्रदेश राज्य का विस्तार 2,38,566 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। उत्तर प्रदेश का मुख्य न्यायालय प्रयागराज में स्थित है। हमीरपुर, बाँदा, झाँसी, कानपुर, नोएडा, गोरखपुर, मथुरा, मुरादाबाद, अलीगढ, सुलतानपुर, ललितपुर, सहारनपुर, प्रयागराज आदि यहां के मुख्य शहर हैं।
उत्तर प्रदेश की सभी तहसीलें: जनसंख्या की दृष्टि से देश बड़े राज्य में कितनी तहसीलें हैं, जानते हैं आप?
उत्तर प्रदेश की सभी तहसीलें: जनसंख्या की दृष्टि से देश बड़े राज्य में कितनी तहसीलें हैं, जानते हैं आप?

उतर प्रदेश का इतिहास लगभग 4000 वर्ष पुराना है। उत्तर प्रदेश, उत्तर में उत्तराखंड और नेपाल, दक्षिण में मध्य प्रदेश, पश्चिम में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पूर्व में बिहार तथा दक्षिण-पूर्व में छत्तीसगढ़ और झारखण्ड से घिरा हुआ एक विशाल राज्य है। उत्तर प्रदेश राज्य का विस्तार 2,38,566 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। उत्तर प्रदेश का मुख्य न्यायालय प्रयागराज में स्थित है। हमीरपुर, बाँदा, झाँसी, कानपुर, नोएडा, गोरखपुर, मथुरा, मुरादाबाद, अलीगढ, सुलतानपुर, ललितपुर, सहारनपुर, प्रयागराज आदि यहां के मुख्य शहर हैं। उत्तर प्रदेश का गठन 24 जनवरी 1950 को हुआ था।

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के नाम कुछ इस प्रकार हैं-

अलीगढ, अयोध्या, आगरा, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, बिजनौर, बलिया, बलरामपुर, भदोही, बदायूं, बाराबंकी, बस्ती, बरेली, बहराइच, बागपत, बुलंदशहर, बाँदा, चित्रकूट, चंदौली, देवरिया, इटावा, एटा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाज़ियाबाद, गोरखपुर, गौतमबुध नगर, गोंडा, गाज़ीपुर, हाथरस, हमीरपुर, हरदोई, हापुड़, जौनपुर, जालौन, झाँसी, कानपुर देहात, कुशीनगर, कानपुर नगर, कन्नौज, कौशाम्बी, कासगंज, लखीमपुर खेरी, लखनऊ, ललितपुर, मुज़फ्फरनगर, महोबा, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मेरठ, मऊ, महाराजगंज, मथुरा, मैनपुरी, प्रयागराज, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, सोनभद्र, शामिली, सहारनपुर, सम्भल, सुल्तानपुर, सीतापुर, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, शाहजहांपुर, श्रावस्ती, उन्नाव, वाराणसी

उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों की कुछ विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

आगरा- देश की दलित राजधानी माना जाने वाला आगरा उत्तर प्रदेश का पहला जिला है। आगरा नगर यमुना नदी के तट पर स्थित है। यहाँ पर ताजमहल, आगरा का किला आदि स्थल मौजूद हैं।

अलीगढ- अलीगढ का पुराना नाम कोल था। जो यहाँ पर रहने वाली मूल जनजाति कोल के नाम पर पड़ा था। अलीगढ शिक्षण संस्थान का एक प्रमुख केंद्र है। अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के साथ-साथ और भी बहुत से शिक्षण केंद्र यहाँ पर हैं।

अयोध्या- सरयू नदी के तट पर स्थित अयोध्या एक बहुत ही प्राचीन स्थल है। इसे कोसल जनपद भी कहा जाता है अयोध्या भगवान् श्री राम की जन्म स्थली भी मानी जाती है।

अम्बेडकरनगर- अम्बेडकर नगर की स्थापना भीम राव अम्बेडकर के नाम पर हुई है। यह उत्तर प्रदेश के उत्तर पूर्व में स्थित है।

आजमगढ़- तमसा नदी के तट पर स्थित आजमगढ़ बहुत से ऋषियों, चिंतकों, विद्वानों की जन्म स्थली है। यह उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है जोकि घाघरा और गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है।

अमेठी- उत्तर प्रदेश का अमेठी जिला मूंज वनस्पति की खेती के लिए प्रसिद्ध है ।

अमरोहा- उत्तर प्रदेश का अमरोहा जिला आम और ढोलक के लिए प्रसिद्ध है।

बिजनौर- इसे भारत के एक प्रमुख शहर और लोकसभा केंद्र के नाम से जाना जाता है।

बलिया- बलिया दो प्रमुख नदियों के संगम पर स्थित है घाघरा और गंगा नदी ये दोनों नदियाँ बलिया को पहाड़ी देशों से अलग करती है।

भदोही- भदोही को कालीनों के शहर भी कहा जाता है यहाँ दक्षिण भारत के सर्वाधिक मात्रा में कालीन बुने उद्योग केंद्र हैं।

बदायूं- बदायूं उत्तर प्रदेश का एक महत्व पूर्ण जिला है यहाँ पर अलाउद्दीन खिलजी के परिवार के बनाये हुए बहुत से मकबरे स्थापित हैं।

चित्रकूट- मन्दाकिनी नदी के किनारे बसा भारत का सबसे प्राचीन तीर्थ स्थल है। चित्रकूट, ऐसा कहा जाता है कि भगवान् राम माता सीता और लक्षमण जी ने अपने वनवास के 14 में से 11 वर्ष यही चित्रकूट में ही बिताये थे।

चंदौली- चंदौली जनपद का नाम गंगा नदी के पूर्वी और दक्षिणी दिशा की तरफ स्थित है।

इटावा- इटावा जिला 1857 का प्रमुख केंद्र था ऐसा कहा जाता है की प्रसिद्ध हिंदी लेखक गुलाब राय यहीं के मूल निवासी थे।

झाँसी- झाँसी शहर ओरछा के प्रतापी राजा वीर सिंह जू देव बुंदेला ने बसाया था। झाँसी की रानी महारानी लक्ष्मीबाई की कई कहानियाँ झाँसी के इतिहास को दर्शाती है।

कुशीनगर- कुशीनगर मल्ल गड की राजधानी थी यहाँ पर महात्मा बुध को महापरिनिर्वाण प्राप्त हुआ था।

कानपुर- कानपुर एक ओद्योगिक महानगर है।

मथुरा- मथुरा भगवान् श्री कृष्ण की जन्मभूमि के नाम से जानी जाती है और यह भारत के प्राचीन नगरो में से एक है धर्म, दर्शन कला, साहित्य आदि में मथुरा का महत्वपूर्ण योगदान हमेशा से रहा है।

प्रयागराज- यहाँ पर तीन नदिया गंगा, यमुना,सरस्वती का संगम स्थल है संगम स्थल को त्रिवेणी के नाम से जानते हैं, यहाँ पर प्रत्येक 6 वर्ष में कुम्भ और 12 वर्ष में महाकुम्भ होता है।

रायबरेली- रायबरेली को शहीदों की धरती के नाम से जाना जाता है।

श्रावस्ती- इस जिले की पहचान बौद्ध धर्म से ही है भगवान् बुध के जीवन काल में यह कोसल देश की राजधानी थी।

ललितपुर- यहाँ के राजा सुमेर ने इस नगर का नाम अपनी पत्नी ललिता के नाम पर रखा था तब से इसको ललितपुर के नाम से जानते हैं।

सीतापुर- सीतापुर नेत्र अस्पताल और उसकी 32 शाखाएँ आँखों के रोगियों की सेवा कर रही हैं और उनको नेत्र प्रदान कर रही हैं।

पीलीभीत- यहाँ का मुख्य खंड घने जंगलों से ढका हुआ है, पीलीभीत में मुख्यतः बांसुरी का निर्माण किया जाता है।

वाराणसी- वाराणसी को बनारस और काशी भी कहते है यह हिन्दू धर्म के पवित्र नगरों में से एक माना जाता है।

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