प्रगति के लिए कुरीतियों को छोड़, शिक्षा से जुड़ना होगा-  सिंह
प्रगति के लिए कुरीतियों को छोड़, शिक्षा से जुड़ना होगा- सिंह 
News

प्रगति के लिए कुरीतियों को छोड़, शिक्षा से जुड़ना होगा- सिंह

सेंवढ़ा के गुमानपुरा में स्व मखनोबाई की स्मृति में हुई श्रद्धांजलि सभा

Vaibhav Khare

प्रगति के लिए कुरीतियों को छोड़, शिक्षा से जुड़ना होगा- सिंह

दतिया / कुरीतियों को छोड़ना होगा तभी हम प्रगति पथ पर आगे बढ़ सकते हैं। महात्मा ज्योतिबा राव फुले, माता सावित्री बाई फुले और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया हैं,बिना शिक्षा के आगे नही बढ़ सकते। इसलिए हर व्यक्ति, परिवार को तय करना होगा कि बच्चों को अच्छे संस्कार और उच्च शिक्षा दें तभी समाज और देश आगे बढ़ेगा यह विचार सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने शनिवार को सेंवढ़ा के ग्राम गुमानपुरा में पूर्व सरपंच राजकुमार कुशवाहा की मां स्व मखनोबाई के परिनिर्वाण पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जन समुदाय को संबोधित कर व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान युग विज्ञान का युग हैं, दुनिया बहुत तेजी से प्रगति कर रही हैं। हर व्यक्ति को तय करना होगा कि वह अन्य खर्चो में कटौती कर बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। कार्यक्रम के आरंभ में विधायक श्री सिंह ने स्व मखनोबाई के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि दी।उन्होंने कार्यक्रम आयोजन समिति एवं पूर्व सरपंच राजकुमार कुशवाहा को कार्यक्रम के लिए सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस नेता स्वामीशरण कुशवाहा ने की, संचालन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जनवेद सिंह कुशवाहा ने किया।

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में महंत कमलाशरण महाराज, डॉ बालक राम कुशवाहा भंडा, कालीचरण कुशवाहा जिला उपाध्यक्ष भाजपा, नबाब सिंह कुशवाहा बड़ोखरी, कैलाश कुशवाहा, सीताराम कुशवाहा, अर्चना बौद्ध, व्रन्दावन कुशवाहा, कैलाश वघेल, राजाराम एडवोकेट, सोनपाल पटेल धुबयाई, भीकम सिंह कुशवाहा इन्दरगढ़, बलराम कुशवाहा मंडल उपाध्यक्ष, मजबूत सिंह शिक्षक, लल्लू कुशवाहा मान सिंह कुशवाहा जिला कांग्रेस अध्यक्ष भिंड, श्रीलाल कुशवाहा पूर्व जिला पंचायत सदस्य, गोपीलाल एडवोकेट आदि शामिल हुए।

श्रद्धांजलि एवं काव्यांजलि कार्यक्रम में गूंजे भावनाओं और कविता के स्वर

ऑफिस स्क्वायर लेकर आया है - बियॉन्ड ऑफिस

टूटे टाइल्स? रॉफ का "नाक कट गई" अभियान रोजाना की जिंदगी में होने वाली शर्मिंदगी को मनोरंजक रूप से हल्के फुल्के अंदाज में याद कराता है

बायबिट ने भारतीय यूज़र्स के लिए फिर शुरू किया पूरा एक्सेस, नियमों के पालन और क्रिप्टो पहुंच को लेकर दिखाई मजबूत प्रतिबद्धता

रक्तचंद्र की अनोखी रात: 7–8 सितंबर को आएगा भारत में मंज़र, देखें कैसे बनेगा यह खगोलीय तमाशा