भारतीय टेलीविजन का सबसे चर्चित और लोकप्रिय किरदार ‘जेठालाल’ एक बार फिर सुर्खियों में है। लेकिन इस बार वजह कॉमेडी या डायलॉग्स नहीं, बल्कि उनकी शानदार फिटनेस ट्रांसफॉर्मेशन है।
खबर है कि दिलीप जोशी — जो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जेठालाल की भूमिका निभाते हैं — ने सिर्फ 45 दिनों में 16 किलो वजन कम कर सभी को चौंका दिया है।
जहां शो के दर्शकों को यह बदलाव एकदम चौंकाने वाला लगा, वहीं फिटनेस की दुनिया में यह खबर प्रेरणा बनकर उभरी है।
हाल ही में एक इंटरव्यू में दिलीप जोशी ने खुद इस ट्रांसफॉर्मेशन की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि शूटिंग के लंबे शेड्यूल, तनाव, और स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं ने उन्हें एक नई जीवनशैली अपनाने को मजबूर किया।
उन्होंने कहा:
"एक समय ऐसा आ गया था जब थकान जल्दी लगने लगी थी। डॉक्टर ने भी सलाह दी कि अब जीवनशैली में सुधार जरूरी है। तभी मैंने ठान लिया कि खुद को बदलूंगा — और बिना किसी दवा के सिर्फ खानपान और नियमित दिनचर्या से वजन कम किया।"
इस बदलाव में सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने कोई क्रैश डाइट या हाइपर ट्रेनिंग नहीं अपनाई, बल्कि एक संयमित और समझदारी भरी योजना पर काम किया।
दिलीप जोशी की फिटनेस रूटीन अब चर्चा का विषय बन चुकी है। उन्होंने बताया कि:
सुबह जल्दी उठना और वॉक करना दिनचर्या का हिस्सा बना।
शुद्ध घरेलू खाना, जिसमें घी, तेल और मैदा से दूरी।
शुगर और पैक्ड फूड से पूरी दूरी।
रात का खाना 7 बजे से पहले कर लेना।
सप्ताह में कम से कम 5 दिन योग या हल्का एक्सरसाइज।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि वजन कम करना केवल शरीर की बात नहीं है, यह एक मानसिक परिवर्तन भी है।
सोशल मीडिया पर ‘जेठालाल’ के नए अवतार की तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
एक ट्विटर यूज़र ने लिखा, “कभी पेट पकड़कर हँसाते थे, अब पेट घटाकर प्रेरित कर रहे हैं!”
इंस्टाग्राम पर कई फिटनेस पेजेस ने उनके ट्रांसफॉर्मेशन को “मिडल एज फिटनेस आइकन” करार दिया।
दिलचस्प बात यह है कि यह बदलाव टीवी पर दिखने वाले जेठालाल की छवि से एकदम अलग है, और लोग अब यह पूछने लगे हैं कि शो में भी क्या इस बदलाव को दिखाया जाएगा?
डॉ. सीमा चौधरी, एक डाइटिशियन, कहती हैं:
"16 किलो वजन कम करना असंभव नहीं है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका प्रारंभिक वजन कितना था और आपने उसे कैसे घटाया। अगर यह संयमित और बैलेंस्ड तरीके से हुआ है, तो यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।"
उन्होंने यह भी बताया कि मिडल एज में इतना तेजी से वजन कम करना एक बड़ी प्रेरणा बन सकती है — लेकिन हर किसी को डॉक्टर और ट्रेनर की सलाह के साथ ही ऐसा कदम उठाना चाहिए।
हालांकि अधिकतर लोग दिलीप जोशी की इस नई शुरुआत को सराह रहे हैं, लेकिन कुछ यूज़र्स इसे PR स्टंट भी बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह शो की गिरती टीआरपी और बढ़ती प्रतिस्पर्धा से ध्यान हटाने का तरीका भी हो सकता है।
हालाँकि, दिलीप जोशी की ईमानदार स्वीकारोक्ति और स्पष्ट बातचीत ने इन आशंकाओं को काफी हद तक शांत किया है।
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के ‘जेठालाल’ अब केवल हंसी का पात्र नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का प्रतीक भी बन चुके हैं। यह बदलाव इस बात का प्रमाण है कि उम्र कोई बंधन नहीं — बस संकल्प चाहिए।
जहाँ लोग अक्सर कहते हैं कि 40 के बाद फिट होना मुश्किल है, वहीं दिलीप जोशी ने साबित कर दिया कि जब मन बन जाए तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं।