भारत बनाम इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम (IND W vs ENG W) के बीच चल रही वनडे सीरीज़ का दूसरा मुकाबला भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए जश्न का अवसर बन गया। जहां पहले मुकाबले में इंग्लैंड ने दबदबा दिखाया था, वहीं दूसरे मुकाबले में हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार वापसी की और इंग्लैंड को 6 विकेट से मात देकर सीरीज़ को बराबरी पर ला दिया।
मैच में रेणुका ठाकुर की घातक गेंदबाज़ी और स्मृति मंधाना की क्लासिक बल्लेबाज़ी ने निर्णायक भूमिका निभाई। यह जीत न सिर्फ मैदान पर बल्कि करोड़ों भारतीयों के दिलों में गर्व और आत्मबल भर गई।
India vs England Women ODI Scorecard (2nd ODI):
इंग्लैंड महिला टीम: 212 रन (48.4 ओवर)
भारत महिला टीम: 213/4 (42.3 ओवर)
मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया, जो पूरी तरह से सही साबित हुआ। इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे।
रेणुका ठाकुर ने शुरुआती झटके देकर इंग्लैंड की रीढ़ तोड़ दी, जबकि दीप्ति शर्मा ने मिडल ओवर्स में कसाव बनाए रखा।
बल्लेबाज़ी में स्मृति मंधाना (76 रन) और शेफाली वर्मा (42 रन) की आक्रामक साझेदारी ने लक्ष्य को आसान बना दिया।
Pratinidhi Manthan संवाददाता ने दिल्ली, कानपुर और इंदौर के स्थानीय चाय स्टालों और पार्कों में क्रिकेट प्रेमियों से बात की:
संजय वर्मा, दिल्ली: “हरमनप्रीत की कप्तानी में वो आत्मविश्वास दिख रहा है जो पुरुष टीम में भी अक्सर नहीं दिखता।”
रेखा शर्मा, इंदौर: “पहले महिला क्रिकेट देखने वाला कोई नहीं था, लेकिन अब बेटियां भी मंधाना को देखकर बल्ला थाम रही हैं।”
महिला क्रिकेट अब सिर्फ एक ‘पूरक खेल’ नहीं रहा, बल्कि Mainstream Sports का अहम हिस्सा बन चुका है, जिसमें भारत की बेटियाँ इतिहास रचने को तैयार हैं।
भारत और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीमें (India Women vs England Women) एक लंबा और ऐतिहासिक सफर साझा करती हैं।
पहला मुकाबला दोनों टीमों के बीच 1978 में खेला गया था, और तब से लेकर अब तक कई यादगार मुकाबले हुए हैं।
2022 की इंग्लैंड सीरीज़ में भारत ने क्लीन स्वीप किया था, जब झूलन गोस्वामी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था।
2025 की यह सीरीज़ अब 1-1 की बराबरी पर है और तीसरा मुकाबला निर्णायक बन गया है।
यह Timeline दर्शाती है कि भारतीय महिला क्रिकेट सिर्फ प्रगति ही नहीं कर रही, बल्कि वैश्विक स्तर पर एक पहचान भी बना रही है।
तीसरे और अंतिम वनडे से पहले टीम इंडिया के लिए सबसे ज़रूरी है मनोबल बनाए रखना और गेंदबाज़ी में निरंतरता लाना।
स्नेह राणा को गेंद से और आक्रामक बनाया जा सकता है।
जेमिमा रोड्रिग्स से बल्लेबाज़ी क्रम में और अधिक योगदान की उम्मीद है।
इंग्लैंड की ओर से कप्तान हीथर नाइट और नेट साइवर-ब्रंट भारत के लिए चुनौती साबित हो सकती हैं, ऐसे में भारतीय टीम को हर विभाग में उत्कृष्टता दिखानी होगी।
निष्कर्ष: महिला क्रिकेट की नई पहचान
इस सीरीज़ ने एक बार फिर दिखा दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट अब पुरुषों की परछाईं नहीं, बल्कि खुद में एक प्रखर पहचान बन चुकी है।
ग्राउंड से लेकर गांवों तक, बेटियों के बल्ले की आवाज़ अब हर कोने में गूंज रही है। और यह जीत सिर्फ एक मैच की नहीं — यह समानता, सम्मान और संभावनाओं की जीत है।