Ashish Urmaliya || Pratinidhi Manthan
• Cyber financial fraud: 12615 एक्सपर्ट की टीम तैनात, बैंक खाते से पैसे चोरी होने पर दिलवाएंगे वापस।
साइबर फाइनेंशियल क्राइम के जरिये जो रकम लोगों के बैंक खाते से उड़ा ली जाती है, उस रकम को वापस दिलाने के लिए एक्सपर्ट की एक टीम तैयार की गई है। यह टीम 'साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट' के नाम से जानी जाएगी। इस टीम के लिए देशभर में लेबोरेट्रीस बनाने का काम भी चल रहा है।
ऑनलाइन धोखा धड़ी करके आपके खात्ये से पैसे चोरी कर लिए जाते हैं, आज ये आम सी बात हॉप गई है। हर रोज़ हजारों की तादात में ऐसे फ्रॉड के केसेस सामने आते हैं। क्रेडिट या डेबिट कार्ड हमारी जेब में रखा होता है और बैंक खाते से रकम निकाल ली जाती है। आप कितनी भी सावधानियां बरत लें ये हर रोज़ कोई न कोई नया तरीका खोज निकलते हैं। इतना ही नहीं, बिना किसी दूसरे के हाथ में गए हमारे क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से साइबर क्रिमिनल (Cyber Fraud) शॉपिंग कर लेते हैं और हमें इस फ्रॉड का पता तब चलता है जब हमारे मोबाइल पर इस ट्रांजेक्शन (Mobile Transitions) से जुड़ा मैसेज नोटिफिकेशन आता है।
इस तरह के फ्रॉड से आम से लेकर खास, यहां तक की सरकार भी परेशान थी, लेकिन अब सरकार ने इस तरह के साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड में गई रकम को वापस दिलाने के लिए एक्सपर्ट की एक टीम तैयार कर ली है। फिलहाल इस टीम 12615 लोगों की है जिसमें तीन तरह के एक्सपर्ट्स होंगे।
टीम में 3 तरह के एक्सपर्ट्स-
देश की संसद की गृह मामलों की संसदीय समिति के सामने गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने जानकारी दी कि लोगों को फाइनेंशियल फ्रॉड के केस में मदद करने और उनकी गई हुई रकम को वापस दिलाने के लिए साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम तैयार की गई है। यह टीम 12615 एक्सपर्ट्स की है। इस टीम में सरकारी वकील, पुलिस और ज्यूडिशियल सर्विस से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है। ये सभी लोग देश के अलग-अलग हिस्सों के हैं। ये लोग खासतौर पर साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड का शिकार हुए इंसान की मदद करेंगे इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले साइबर अपराधों में पीड़ितों की मदद करेंगे।
घर बैठे कर पाएंगे शिकायत-
यह टीम या कह लें पोर्टल, फ्रॉड की घर बैठे शिकायत करने के लिए बनाया गया है. गृह मंत्रालय के अधिकारीयों ने जानकारी दी है कि अब साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड से पीड़ित व्यक्ति को शिकायत करने के लिए पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं होगी. फ्रॉड का शिकार व्यक्ति घर बैठे ही
साइबर क्राइम के नाम से बने पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। इसी तरह से महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले साइबर क्राइम की शिकायत भी इसी पोर्टल पर की जा सकेगी। और ख़ास बात यह है कि महिलाओं और बच्चों वाले ख़ास केस में शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।