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वेट लॉस और फैट लॉस में क्या अंतर होता है?

Lubna

AshishUrmaliya || Pratinidhi Manthan

बड़े विशेषज्ञों के मुताबिक, हमारा लक्ष्य फैट लॉस यानी चर्बी घटना होना चाहिए ना की वेट लॉस। फैट लॉस और वेट लॉस में जमीन आसमान का अंतर होता है और यह अंतर स्वाभाविक है, फैट लॉस में हम अपने शरीर की चर्बी काम करते हैं और वेट लॉस में हम हमारे शरीर का वजन कम करते हैं।

वेट लॉस में हम हमारे शरीर में उत्पन्न पानी, शरीर की मांसपेशियों, चर्बी और शरीर की हड्डियों को घटाते हैं, जैसे बुजुर्गों के केस में होता है।

अधिकतर लोगों को यह गलतफहमी होती है, कि उनके शरीर का वजन काम हो रहा होता है और वो सोच रहे होते हैं वे सही दिशा में हैं, जबकि ये गलत है।

फैट लॉस के लिए हम जिम जाते हैं, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते हैं उस दौरान हमारे शरीर की चर्बी कम हो जाती है, लेकिन मसल्स में इजाफा होता है, मतलब वजन में कोई कमी नहीं आती। फैट की जगह मसल्स का बढ़ना हमारे शरीर के लिए बेहतर होता है। लेकिन अगर फैट भी कम हो और मसल्स भी न बढ़ें तो ये चिंता का विषय है। इसकी वजह से हम कमजोरी महसूस करेंगे और स्किनी दिखेंगे, जो अनफिट होने का प्रमाण है। 

शरीर के लिए क्या है ज़रूरी?

वजन कम करना आसान काम है, इसके लिए आप खाना कम कर दो वर्कआउट मत करो आपका वजन काम हो जायेगा। लेकिन वजन कम करना फायदेमंद नहीं है फैट कम करना फायदेमंद होता है और जरूरी भी, क्योंकि फैट हमारे शरीर का सबसे खराब और उपयोगहीन हिस्सा होता है, जबकि मसल्स हमारे शरीर का सबसे अच्छा हिस्सा होती हैं। अगर हमारे पास ट्रेनर, उचित डाइटप्लान और डिसिप्लिन नहीं है, तो फैट लॉस करना बेहद मुश्किल काम है। बहुत से लोगों को यह भ्रम रहता है कि उनका वेट लॉस हो गया है तो वे फिट हो चुके हैं, जी नहीं ऐसा बिलकुल भी नहीं है। बल्कि वेट लॉस होना पीलिया जैसी कई बड़ी बीमारियों के लक्षण होने का संकेत भी हो सकता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, वजन काम करना बेहद आसान है। किसी की शादी या फोटोशूट होता है, तब लोग एक्सट्रीम डाइट प्लान से 5, 6 किलो तक वजन आसानी से कम कर सकते हैं, लेकिन वेट लॉस करने की सबसे बड़ी समस्या यही है कि आप फिर से पहले जैसे हो सकते हैं। साथ ही अनहेल्‍दी तरीके से वजन कम करना आपके बालों को झड़ा सकता है, आपकी आंखों की रौशनी को कमजोर कर सकता है।

ऐसा भी नहीं है, कि हमारे शरीर को फैट की बिलकुल भी जरूरत नहीं होती, होती है। हमारे शरीर को अनसेच्युरेटेड फैट की ज़रुरत होती है, जो हमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 वाले आहार का सेवन करने से मिलती है। लेकिन जो गैर जरूरी फैट होता है वह नुकसान दायक होता है. इसलिए हमें फैट लॉस पर ध्यान देना चाहिए ना कि वेट लॉस पर। वेट लॉस सिर्फ एक भ्रम है।

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