मेडिसिनल प्‍लांट की खेती: सिर्फ 15 हजार के इन्वेस्टमेंट पर 3 लाख की कमाई पक्की!
मेडिसिनल प्‍लांट की खेती: सिर्फ 15 हजार के इन्वेस्टमेंट पर 3 लाख की कमाई पक्की!  
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मेडिसिनल प्‍लांट की खेती: सिर्फ 15 हजार के इन्वेस्टमेंट पर 3 लाख की कमाई पक्की!  

Manthan

मेडिसिनल प्‍लांट की खेती: सिर्फ 15 हजार के इन्वेस्टमेंट पर 3 लाख की कमाई पक्की!

Ashish Urmaliya | The CEO Magazine

भारत में तो औषधियों और जड़ी-बूटियों का प्रचलन युग-युगांतर से है। लेकिन मध्य 20वीं सदी से लेकर 21वीं सदी के प्रारंभ तक ऐलोपैथिक दवाओं का दबदबा काफी बढ़ गया था, जो आज भी है। लेकिन इसके साथ ही, औषधियों और जड़ी-बूटियों के बाजार भी पुनः तेजी पकड़ रहा है। इसके पीछे की वजह यह है कि, इन औषधियों का मानव शरीर पर किसी भी तरह का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और यह किसी भी तरह के रोग को जड़ से ख़त्म कर देती हैं।

लोग थोड़ा वक्त लेकर ही सही लेकिन अपनी बीमारियों को बिना किसी दुष्प्रभाव के जड़ से ख़त्म करना चाहते हैं। इसलिए आज देश और दुनिया भर में इस तरह की औषधियों का बाजार काफी बड़ा हो गया है। आज नेचुरल प्रोडक्ट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है, तो क्यों न इस अवसर को उद्योग के रूप में भुनाया जाये। यहां हम आपको मेडिसिनल प्‍लांट की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके जरिये आप कम खर्च पर हर महीने लाखों रूपए की कमाई कर पाएंगे। 

लंबे समय तक की कमाई सुनिश्चित :-

मेडिसिनल प्लांट की खेती से आप कम खर्च पर अपनी लंबे समय की कमाई को सुनिश्चित कर सकते हैं। आजकल कई बड़ी दवा कंपनियां जैसे पतंजलि, डाबर, वैद्यनाथ आदि, कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर इस तरह के पौधों की खेती करा रही हैं। जो फसल को अपने माध्‍यम से ही खरीदती हैं।

इन औषधीय पौधों की बढ़ी है मांग- 

– सर्पगंधा

-अश्वगंधा

-ब्राम्ही

-कालमेघ

-कौंच

-सतावरी

-मुलैठी

-एलोवेरा

-वच

-आर्टिमिसिया

-तुलसी, आदि.

यह पौधे बहुत ही कम समय में तैयार हो जाते हैं और इनके लिए बहुत ज्यादा जगह की भी जरूरत नहीं होती। यहां तक कि, आप इनकी खेती छोटे-छोटे गमलों में भी कर सकते हैं।

मात्र तुलसी की ही बात कर लेते हैं!

आमतौर पर धार्मिक भावनाओं से जोड़े जाने वाले इस चमत्कारी औषधिक गुण वाले पौधे की खेती करके आप लाखों में खेल सकते हैं। तुलसी कई प्रकार होती है, जैसे- श्याम तुलसी, राम तुलसी, श्वेत/विष्णु तुलसी, वन तुलसी, नींबू तुलसी, अमृत तुलसी, अमेरिकन तुलसी, अफ्रीकन नीली तुसली, वियतनामी तुलसी आदि। ये सभी तरह के तुलसी के पौधे औषधिक गुणों से भरपूर रहते हैं। लेकिन खासतौर पर, इन पौधों में यूजीनोल और मिथाईल सिनामेट अधिक मात्रा में होता है। जिसका इस्तेमाल कैंसर जैसी गंभीर बिमारियों की दवाएं बनाने में किया जाता है।

बता दें, 1 हेक्टेयर जमीन पर तुलसी की खेती करने में लगभग 15 हजार रूपए का खर्च आता है और करीब 3 महीने बाद यह फसल करीब 3 लाख रूपए की बिक जाती है। 

सबसे पहले यह करना होगा :-

इस तरह की खेती करने के लिए आपको पूरी तरह प्रशिक्षित होना जरूरी है। ताकि, भविष्य में आपको किसी तरह के नुकसान का सामना न करना पड़े। बता दें, लखनऊ स्थित सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिसिनल एंड ऐरोमैटिक प्लांट्स (सीमैप) इस तरह की खेती की ट्रेनिंग प्रदान करता है। इस संसथान के माध्यम से ही दवा कंपनियां आपके साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करती हैं। तो अब देरी किस बात की? लखनऊ जाइये ट्रेनिंग लीजिये और शुरू हो जाइये।

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