फोटोग्राफी के लिए मशहूर हैं ये जगहें। प्राकृतिक सुंदरता का अद्यभुत दृश्य।

फोटोग्राफी के लिए मशहूर हैं ये जगहें। प्राकृतिक सुंदरता का अद्यभुत दृश्य।

फोटोग्राफी के लिए मशहूर हैं ये जगहें। प्राकृतिक सुंदरता का अद्यभुत दृश्य।

Ashish Urmaliya | The CEO Magazine

बेशक, भारत दुनिया के 10 सबसे ज्यादा लोकप्रिय पर्यटन देशों की सूची में शामिल न हो। लेकिन प्राकृतिक सुंदरता के मामले में दुनिया का कोई भी देश भारत के आस-पास भी नहीं ठहरता। भारत एक ऐसा देश है, जहां कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक ही समय में अलग-अलग तरह के मौसमी बदलाव देखने को मिलते हैं। यही एक मुख्य वजह है कि, भारत के कौने-कौने में विभिन्न तरह की प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है। कहीं बर्फ, कहीं रेगिस्तान तो कहीं घने जंगल। पहाड़ों और नदियों की तो बात ही अलग है।

सोशल मीडिया और स्मार्टफोन के इस दौर में लोग अपने छोटे-छोटे खुशनुमा क्षणों को कैमरे में कैद करके फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर पर पोस्ट करते हैं। हर कोई फोटोग्राफी का शौकीन हो चला है। आज देश में कोई भी व्यक्ति कैमरे से अछूता नहीं है। ऐसे में हम आपको भारत में मौजूद कुछ ऐसी प्राकृतिक सुंदरता से सराबोर जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको पर्यटन के खूबसूरत अनुभव के साथ फोटोग्राफी का अलग ही स्वाद देंगी। भारत की ये जगहें दुनियाभर के प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स के प्रीमियम विकल्पों में से एक हैं। अगर आप घूमने के शौकीन हैं और आपको फोटोग्राफी भी पसंद है, तो इन जगहों पर जाना आपके लिए मलाई वाले दूध जैसा ही होगा। आइये जानते हैं-

फूलों की घाटी (Valley of Flowers) :-     

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी राष्ट्रिय उद्यान को यूनेस्को द्वारा सन 1982 में विश्व धरोहर घोषित किया जा चुका है। किंवदंती है कि, रामायण काल में हनुमान जी संजीवनी बूटी की खोज में इसी घाटी में आये थे। दुनिया भर में प्रसिद्द, इस आकर्षक घाटी में 500 से अधिक प्रजाति के फूल पाए जाते हैं। यह क्षेत्र हिमाच्छादित पर्वतों से घिरा हुआ है, जो पर्यटकों के आनंद को दोगुना कर देता है। यह जगह फोटोग्राफर्स की पहली पसंद में से एक है। साथ ही, यहां आप ट्रेकिंग का लुत्फ भी उठा पाते हैं। यहां की यात्रा जुलाई, अगस्त, सितम्बर के महीने में उत्तम मानी जाती है।

डॉकी (Dawki) :-

मेघालय की राजधानी शिलांग से 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित डॉकी के पहाड़ों की यात्रा आपको प्राकृतिक सुंदरता के चरम तक ले जाएगी। बांग्लादेश बॉर्डर से सिर्फ 2 किमी की दूरी पर स्थित इस जगह पर आपको हरे-भरे पेड़-पौधे, घाना जंगल, झरने देखने को मिलेंगे। साथ ही, यहां की उमंगोट नदी पर्यटकों का मन मोह लेती है। अगर हम इसे दुनिया की सबसे स्वच्छ नदी कहें, तो कोई गुरेज नहीं होगा। इस गहरी नदी का पानी पूरी तरह पारदर्शी है एकदम शीशे की तरह। इस नदी के ऊपर से ही इसका तल देखा जा सकता है। अब आप खुद ही एहसास कर सकते हैं कि, पर्यटन के आनंद के साथ यहां किस तरह की फोटोग्राफी की जा सकती है। 

लोकटक लेक (Loktak lake) :-

लोकटक झील मणिपुर की राजधानी इम्फाल से 39 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है। यहां के दिलकश नज़ारे दुनिया भर के पर्यटकों के साथ फोटोग्राफर्स को भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं। जैव विविधता के मामले में समृद्ध यह खूबसूरत झील करीब एक लाख लोगों का पेट पालती है. जिसमे अधिकतर मछुआरे हैं। झील के दक्षिण क्षेत्र में किबुल लामिआयो नेशनल पार्क भी स्थित है। वर्षा ऋतु में यह जगह हरे रंग की हो जाती है। इस मौसम में यहां की यात्रा आपके पर्यटन सुख में चार चांद लगा देगी।

हेमिस (Hemis) :-

अगर आप प्रकृति के साथ वन्य जीवों को अपने कमरे में कैप्चर करने का सौख रखते हैं, तो हेमिस राष्ट्रीय उद्यान जरूर जाएं। यहां आप अन्य वनजीवों के साथ साथ हिम तेंदुए को भी अपने कैमरे में कैद कर पाएंगे। यह राष्ट्रीय उद्यान जम्मू और कश्मीर राज्य के पूर्वी लद्दाख़ क्षेत्र में काफ़ी ऊंचाई पर स्थित है। इस जगह को भूतों के पहाड़ के रूप में भी जाना जाता है। फोटोग्राफी करते वक्त यहां थोड़ी सावधानी व धैर्य रखना होता है, लेकिन यहां लिया गया एक अच्छा शॉट आपको काफी शोहरत दिला सकता है।

हम्पी (Hampi) :-

कर्नाटक के उत्तरी हिस्से में स्थित हम्पी एक छोटा सा शहर है जिसे मंदिरों के शहर के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर को यूनेस्को द्वारा विश्व की ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल किया जा चुका है। हम्पी के आस-पास आपको कई ऐसे आश्चर्यजनक स्थान देखने को मिलेंगे जो दुनिया में और कही नहीं हैं। यहां के प्राचीन मदिरों, प्राकृतिक स्थानों के साथ ही, आप यहां के सूर्यास्‍त और सूर्योदय का मनोरम नज़ारा भी अपने कैमरे में कैद कर पाएंगे ।

खजुराहो (Khajuraho) :-

प्राचीन हस्तशिल्प कला का अद्भुत नजारा देखना है और उसे अपने कैमरे में कैप्चर करना है तो खजुराहो चले आएं। खजुराहो में अनेक मंदिर हैं, जिनकी दीवारों के पत्थरों पर अकल्पनीय नक्काशी की गई है। यहां की शिल्पकला अपने आप में कामक्रिया के कई आसनो को संजोय हुए है। जो विश्वप्रसिद्ध है। हजारों साल पुराने इन मंदिरों में बनी कलाकृतियों को देखकर, आपको इस जगह से प्यार हो जायेगा।

स्पीति घाटी  (Spiti Ghati) :-

वैसे तो हिमाचल प्रदेश का कौना-कौना अपने आप में दुनिया भर की खूबसूरती संजोय हुए है। लेकिन अगर फोटोग्राफर्स के नजरिये से देखा जाये तो यहां का लाहौल स्पीति जिला सबसे पहले आता है। यहां दो घाटियां है लाहौल और स्पीति जिनको हिमाचल का एक जिला बना दिया गया है। इन घाटियों तक पहुँचने के लिए आपको शिमला से करीब 412 किमी का सफर तय करना पड़ता है। यहां की सबसे बड़ी खासियत इन दोनों घाटियों के वातावरण का एक दुसरे से एक दम विपरीत होना। जहां एक ओर स्पीति के ठंडे पहाड़ एक डैम बंजर हैं वहीं दूसरी ओर लाहौल काफी हरा भरा क्षेत्र है। स्पीति को छोटा तिब्बत भी कहा जाता है. यहां के रेगिस्तानी पहाड़ों में आपको चांद पर होने जैसा एहसास होगा। यह खूबसूरत क्षेत्र साल के अधिकतर समय बर्फ से ढका रहता है, इसलिए आप यहां जुलाई से अक्टूबर के बीच ही आएं तो अच्छा रहेगा।

मैक्लॉडगंज (Mcleodganj) :-

अगर आप प्राचीन बौद्ध परंपरा और बर्फवारी का असली मजा लेना चाहते हैं तो, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित मैक्लॉडगंज जरूर जाएं। यहां की संकरी गलियां, अनोखे कैफ, बौद्ध मठ और रंग-बिरंगे झंडों समेत ऐसे कई अन्य प्राकृतिक दृश्य हैं जो आपको आश्चर्यचकित कर देंगे। यहां आप ट्रैकिंग के साथ-साथ हसीन वादियों, झरनों का लुत्फ़ भी उठा पाएंगे। अपने आकर्षण और बौद्ध परंपरा के लिए मैक्लॉडगंज दुनिया भर में प्रसिद्द है। यहां आप प्रकृति के  हर पहलू को अपने कैमरे में कैद कर पाएंगे।

लद्दाख का पैंगोंग त्सो (Pangong Tso) :-

देश और दुनिया के सबसे आश्चर्यजनक स्थानों में से एक है लद्दाख का पैंगोंग स्तो। यह एक हिमालयी झील है जिसकी फोटोग्राफी में आपको किसी तरह का इफ़ेक्ट डालने की जरूरत नहीं पड़ती। यह भारत में घूमने के लिए सर्वश्रेष्ठ जगहों में से एक है। इस झील की खासियत यहां का पानी है जो समय-समय पर अपना रंग बदलता रहता है। यह कभी नीला, कभी हरा तो कभी लाल दिखने लगता है। इस झील की प्राकृतिक बनावट लाजवाब है जिसका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। यहां की यात्रा अप्रेल से अगस्त के महीने में अधिक रोमांचक होती है।

अगुम्बे (Agumbe) :-

कर्नाटक स्थित गांव अगुम्बे को दक्षिण भारत का चेरापूंजी भी कहा जाता है। अगर आपको घने वर्षा वन, झरने, जंगलों से ढ़के पहाड़ और दूर-दूर दिखाई देते गांवों की फोटोग्राफी करना है तो अगुम्बे चले आएं। पर्यटकों का चहेता यह गांव अपने सनसेट व्यू पॉइंट के लिए भी प्रचलित है। यह क्षेत्र अधिक वर्षा होने के कारण जीव-जंतुओं से भरा रहता है। अनेक प्रजाति के सांप और जंतु देखने के लिए, आपको यहां ट्रेकिंग करनी होती है।

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