इतना भी आसान नहीं होता, खुद का ‘व्यापार’ शुरू करना!

इतना भी आसान नहीं होता, खुद का 'व्यापार' शुरू करना!

Ashish Urmaliya | The CEO Magazine

अपना व्यापार शुरू करने का विचार निःसंदेह जोशीला और आकर्षक होता है। लेकिन कुछ बिज़नेस एक्सपर्ट्स के अनुसार, कोई नया व्यापार शुरू करना उतना भी आसान नहीं होता, जितना कि इसके बारे में सोचना।

नोट- इस जानकारी का उद्देश्य आपका मनोबल कम करना नहीं है, बस आपको इस बात से अवगत कराना है कि, वास्तविकता में कोई नया व्यापार शुरू करने के साथ आपके सामने क्या चुनौतियां आती हैं। जिनके लिए आपको मुस्तैद रहना चाहिए।

आमतौर पर लोग अपनी कॉर्पोरेट लाइफ मतलब, भागदौड़, व्यस्तता भरे जीवन से ऊब जाते हैं। और अक्सर उनके मन में विचार आता है कि, खुद का कोई नया बिज़नेस शुरू किया जाये। यह विचार तो काफी सुगम है, लेकिन क्या व्यापार शुरू करना इतना आसान है, जितना कि इसके बारे में सोचना? आइये उन सभी बातों का जिक्र करते हैं, जो एक व्यापार के दृष्टिकोण से अहम होती हैं।

आम जिंदगी से दूरी:

जब आप नौकरी कर रहे होते हैं, तब आप अपनी कंपनी के लिए काम कर रहे होते हैं। ऑफिस से बाहर निकलते ही आपकी जिंदगी आपकी होती है। कहने का मतलब आप किसी भी तरह की नौकरी में हों या फिर बेरोजगार हों, आपको अपनी जिंदगी जीने के लिए वक्त मिलता है। लेकिन जब आप अपना खुद का व्यवसाय शुरू करते हैं, तो आपका काम आपकी आम जिंदगी के ऊपर हावी हो जाता है। आप ट्रेवल कर रहे हों, घर में हों, यहां तक की अपनी बाथरूम में भी आपको काम की ही चिंता सताती रहती है। आपको अपने ऑफिस की स्टेशनरी से लेकर टैक्स रिटर्न भरने और केबल ठीक करने तक का जिम्मा उठाना पड़ता है।

कर्ता-धर्ता आप होते हैं:

किसी भी नए व्यवसाय की शुरुआत में आपको मजदूर की तरह काम करना होगा, और मजदूरी के साथ प्रोफेशनलिज्म भी मेन्टेन करना होता है। अगर आप इसलिए बिज़नेस की शुरुआत कर रहे हैं कि, आपका बॉस खराब है और नया बिज़नेस शुरू करके आप अपने बॉस बन जायेंगे, तो सफलता मिलने तक तो यह  बिल्कुल संभव नहीं है। आपको कई क्लाइंट्स और वेंडरों के साथ खुद डील करना होगा। आप समझ रहे हैं न? आपको एक कंकड़ के सहारे पहाड़ खड़ा करना है।

आपको लटकाया जायेगा, आई मीन 'टरकाया जायेगा':

जब हम किसी प्रतिष्ठित कंपनी में काम करते हैं तो, आपने नोटिस किया होगा हमारी पगार (Salary) महीने की एक निश्चित तिथि को हमारे खाते में आ जाती है। लेकिन अपने खुद के नए बिज़नेस की शुरुआत में आपको कॅश मैनेजमेंट के असल मायने समझ आते हैं। शुरुआत में ज्यादातर ऐसा होता है कि, आपने अपने व्यवसाय की तरह से सभी काम समय पर निपटा दिया हो। लेकिन क्लाइंट द्वारा उसकी पेमेंट के लिए आपको लंबा इंतजार करना होता है। ऐसे में वेंडर, एम्प्लाइज आपसे समय पर पेमेंट मांगेंगे, और क्लाइंट्स आपको नए-नए बहाने बना कर लटकाएंगे। अगर कुछ महीने तक ही ऐसी प्रक्रिया चलती रही, तो आपके साथ जो भी एम्प्लाइज काम कर रहे हैं, उनका मन खट्टा होगा और उनके काम करने का उत्साह कम होगा, आपको उस लेवल के रिजल्ट मिलने बंद हो जायेंगे। हो सकता है, कर्मचारी आपका साथ भी छोड़ दें।

क्या सोचा था, क्या हो गया:

100 में से 80 लोगों के साथ यही होता है कि, वह कुछ सोच कर व्यापार की शुरुआत करते हैं, लेकिन जब ग्राउंड लेवल पर आकर देखते हैं, या फिर कुछ समय बाद आंकलन करते हैं, तो असलियत में चल कुछ और ही रहा होता है। आपके शुरुआती मकसद में काफी बदलाव आ चुका होता है। हालातों के चलते आपको बहुत सी चीज़ों के साथ समझौता करना पड़ता है। और इसके चलते आपके ऊपर हताशा हावी हो सकती है। ऐसे वक्त में आपको बड़ी ही सावधानी और कॉन्फिडेंस के साथ खुद को संभालना होगा।

मिडास-टच सिंड्रोम :

व्यवसाय की दुनिया में यह सबसे घातक सिंड्रोम है। एक ऐसा ट्रेप जो आपको तबाह कर सकता है। मान लीजिये, आपका बिज़नेस चल पड़ा, आप उम्मीद से बेहतर कर गए, बहुत ही कम समय में आपने तरक्की के नए मुकाम छू लिए। ऐसे में आपके मन में खुशी की लहर उठेगी, और आपका कॉन्फिडेंस, ओवरकॉन्फिडेन्स के रूप में परिवर्तित हो सकता है। आपके मन में ख्याल आ सकता है कि, जैसे आपने इस व्यवसाय में इतनी जल्दी सक्सेस प्राप्त कर ली है। वैसे ही आप किसी भी क्षेत्र में उतना ही कमाल कर सकते हैं। इसके चलते आप किसी दूसरे व्यवसायिक क्षेत्र में बहुत बड़ी रकम खर्च कर बैठते हैं। यह ख्याल आपको बहुत नुक्सान पहुंचा सकता है। ऐसा कई उद्यमी पहले भी कर चुके हैं और उन्हें उसके बदले में पछतावे के अलावा कुछ नहीं मिला। ऐसा नहीं है कि, आप एक साथ कई व्यापार नहीं कर सकते, लेकिन आपको यह सब काफी सोच समझकर, सतर्कता के साथ करना होगा। आपको यह सोच अपने मन में नहीं आने देनी है कि, आप मिट्टी को भी छुएंगे तो वह सोना हो जाएगी। क्योंकि सफलता जब आसानी से और जल्दी मिल जाती है, तो उस पर टिके रहना बहुत कठिन होता है। इन सब के अलावा नया व्यापार शुरू करने में और भी कई अन्य तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

अगर आपको लगता है कि, नौकरी कर आप अपना समय बर्वाद कर रहे हैं, और यह आपको निचोड़ रही है। तो कुछ दिनों की छुट्टियां लीजिये, किसी शांत सी खूबसूरत जगह पर समय बिताइए। हो सकता है आपका मन परिवर्तित हो। अगर इसके बाद भी विचारों में कोई परिवर्तन नहीं आता, तो कोई भी नया व्यापार उतावलेपन में आकर शुरू न करें। यह फैसला समय लेकर, सोच-समझकर, पूरी तैयारी और मानसिक मजबूती के साथ लिया जाना चाहिए।

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