मामला जिला झांसी के ग्राम व थाना शाहजहांपुर का है। जहां बताया गया शाहजहांपुर निवासी संध्या दिक्षित पत्नी मनोज दीक्षित प्रतिदिन की भांति ही अपने घर पर थी। तभी बुधवार की शाम संदिग्ध परिस्थितियों में संध्या का शव फांसी के फंदे पर झूलता मिला। जिससे परिजनों तथा ग्राम वासियों में कोहराम मच गया और परिजनों द्वारा सबको फंदे से नीचे उतारा गया और अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी गई। तभी इसकी सूचना ग्राम वासियों के द्वारा मृतक विवाहिता के मायके वालों को दी गई। सूचना पर पहुंचे मायके पक्ष के दर्जनों लोग शाहजहांपुर पुलिस के साथ घटना स्थल पर जा पहुंचे। मायके पक्ष के लोगों को देखकर ससुराली भाग खड़े हुए और अंतिम संस्कार की तैयारियां अधूरी ही रह गई। घटना पर मायके पक्ष के लोगों ने बताया है कि संध्या का विवाह 15 वर्ष पहले हुआ था। जिसका एक 10 वर्षीय पुत्र तथा 13 वर्ष की पुत्री है। जिनका रो रो कर बुरा हाल है। बताया कि ससुराल पक्ष के लोगों ने उन्हें संध्या की मौत की सूचना नहीं दी। उन्हें ग्राम वासियों ने पूरी घटना से अवगत कराया। जिसके बाद वह शाहजहांपुर आए और पुलिस को घटना के बारे में बताया। अभी पुलिस को लिखित शिकायती पत्र नहीं दिया गया है। वह पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जहां अंतिम संस्कार के लिए ससुराल पक्ष के लोग शव को लेकर जा रहे थे। जिसे रुकवाया गया और पुलिस से पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गुहार लगाई है। मायके पक्ष के लोगों का आरोप है कि ससुरालियों ने संध्या को मौत के घाट उतारा है। खबर लिखते वक्त पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
रिपोर्टर- मनोज कुमार