“विश्व हिन्दी रचनाकार मंच” (पंजीकृत न्यास) द्वारा हिन्दी रचनाकारों के प्रोत्साहन हेतु भहाकवि गोपाल दास “नीरज” की पुण्य स्मृति में 19 दिसम्बर 202। (रविवार) को राजकीय संग्रहालय सभागार (झांसी) में “नीरज स्मृति काव्य महोत्सव” का आयोजन किया गया।
समारोह का शुभआरंभ मंच के संस्थापक तथा समारोह के मुख्य अतिथि श्री राघवेंद्र ठाकुर द्वारा माँ सरस्वती की ज्योति प्रज्वलित कर हुआ। इस इस अवसर पर कवयित्री संगीता निगम ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
समारोह में डॉ कुसुम सिंह (वरिष्ठ कययित्री एवं लेखिका, कानपुर), डॉ देवदत्त द्विवेदी “सरस” (वरिष्ठ कवि एवं सहित्याकार, छतरपुर), डॉ माया सिंह (वरिष्ठ कवयित्री एयं गीतकार, उरई), श्री विनीता मोहन औदिच्य (वरिष्ठ कवि एवं शिक्षाविद, सागर) विशष्ट आतिथि के रूप में शामिल हुए तथा समारोह ती अध्यक्षता, मंच की झांसी इकाई के अध्यक्ष कवि वी. पी.सैनी ने की। समारोह में शामिल अतिथियों का स्वागत मंच की झांसी इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश तिवारी “मक्खन” ने किया।
समारोह का सफल संचालन कवित्री एवं शिक्षाविद डॉ शारदा सिह “पायल” ने किया। समारोह के अन्त में आये हुए अतिथियो का नदिता सिह ने आभार व्यक्त किया।
मंच की ओर से मंच के संस्थापक एवं समारोह के मुख्य अतिथि श्री राघवेंद्र ठाकुर द्वारा देश भर से आए लगभग 50 हिन्दी रचनाकारों को उनके रचनात्मक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वाले प्रमुख रचानाकारों में राम कुमार पांडेय “झटपट” (झांसी), डॉ प्रवीण वत्स (दिल्ली), डॉ प्रभांशू कुमार (प्रायगराज), श्री स्याम मोहन नामदेव श्याम (टीकमगढ़), श्री सत्यनारायण रेगर (चित्तौड़गढ़), श्री सतीश अकेला (गोरखपुर), अरूणा राजपूत “राज” (हापुड), अंजनी द्विवदी ”काव्या”, (देवरिया), ऐश्वर्या सिंह “चित्राश” (जौनपुर), रंजीत सिंह “रंजीत” (मैनपुरी), रश्मि शर्मा (आगरा), डॉ दीप्ति गौड़ “दीप” (ग्वालियर) प्रमुख हैं।