रावतपुरा कॉलेज में किया गया विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन।

मंजिले उन्ही को मिलती है जिनके हौसलों में जान होती है::- डॉ. चौहान
12 फरवरी 2022 को विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
12 फरवरी 2022 को विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
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दतिया|राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार माननीय आर.पी. शर्मा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दतिया के मार्गदर्शन में एवं श्री मुकेश रावत सचिव एवं जिला जज के मार्गदर्शन में रावतपुरा कॉलेज दतिया में आज दिनांक 12 फरवरी 2022 को विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

डॉ.स्वाति चौहान न्यायाधीश द्वारा रावतपुरा में आयोजित विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा नालसा मानसिक रूप से बीमार और मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए एक योजना का गठन 2015 में किया गया था।जिसके अनुसार व्यक्तियों की मानसिक बीमारी के कारण कोई देखरेख नहीं हो पाती है, जिन्हें समाज भी हीन भावना की दृष्टि से देखता है,ऐसे व्यक्तियों को समाज में उसी प्रकार सम्मान पूर्वक रहने का अधिकार है,जिस प्रकार आम व्यक्ति उन्हें समाज कल्याण के नजरिए से देखा जाना चाहिए न्यायाधीश द्वारा उदाहरण देते हुए बताया और समझाया कि एक घर में बच्चा जो माता-पिता के बीच लड़ाई झगड़ा होता है और यही देखते हुए बड़ा होता है वह बच्चा घरेलू हिंसा देखकर इतना शोषित हो गया जिसके बारे में कोई कल्पना नहीं कर सकता कि उस बच्ची की मानसिक स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ा जब वह बच्चा स्कूल जाता है तो वह बाकी बच्चों से कटा हुआ महसूस करता है, ना वह किसी बच्चे से बात करता है ना उसका पढ़ाई में मन लगता है। स्कूल के बच्चे उसे डफर बुलाते हैं तब किसी के द्वारा यह नहीं देखा जाता है कि उस बच्चे के बुखार में क्यों इस प्रकार के परिवर्तन आ रहे हैं और जब मां-बाप को यह समझ आया कब है बहुत देर हो चुकी थी वह बच्चा धीरे-धीरे किसी गलत संगत में पड़कर नशा का सेवन करने लगा और अपना जीवन बर्बाद कर दिया।

न्यायाधीश महोदय द्वारा बताएं कि अगर किसी भी की मानसिक बीमारी से पीड़ित कोई भी हो सकता है,आपके परिवार के सदस्य गण बहन भाई मित्र कोई भी हो सकता है।जब आपको लगे कोई व्यक्ति किस जिसकी दिनचर्या नॉर्मल नहीं है, उसका बात करना उसका गुमसुम रहना खुलकर लोगों के सामने अपनी बात को नहीं रख पाना या उसकी किसी भी प्रकार की समस्या हो अगर हमें उसके बारे में जानकारी लगती है तो हम उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय दतिया में ला सकते हैं, जहां से उसे व्यक्ति के हित में जो भी होगा वह किया जाएगा।

आयोजित विधिक साक्षरता शिविर का संचालन श्री शुकाग्र रावत द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन रावतपुरा कॉलेज के डायरेक्टर एवं मेनिगिंग ट्रेसटी श्री शांतनु अग्रवाल द्वारा किया गया।

उक्त कार्यक्रम में श्रीमती शैली अग्रवाल, डॉ. अरुण कौशिक, डॉ. अंकित श्रीवास्तव प्राचार्य एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दतिया की ओर से श्री सुनील त्यागी उपस्थित रहे।

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