भारत ने टोक्यो ओलंपिक के अपने अंतिम आयोजन में इतिहास रच दिया। भाला फेंक फाइनल में, नीरज चोपड़ा के वीर प्रयास की बदौलत भारत ने स्वर्ण पदक जीता।
यह नीरज चोपड़ा ओर से एकदम सही शुरुआत थी, क्योंकि उन्होंने शुरुआती दौर में ही 87.03 मीटर की दूरी तय कर अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गए थे, जबकि कुछ जर्मनों ने उन्हें चुनौती दी। दूसरे प्रयास में, नीरज ने इसे 87.58 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर शानदार प्रदर्शन किया और इस प्रकार अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा।
तीसरे प्रयास में, ऐसा लग रहा था कि नीरज धुंध में धीमे हो गए थे, क्योंकि उनका भाला सिर्फ 76.79 मीटर की दूरी ही तय कर पाया, खास बात ये रही कि बावजूद इसके उन्होंने अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा। निम्नलिखित दो प्रयासों में, उन्होंने इसे लगभग 75 मीटर भाला फेंक दिया, जबकि उन्हें ओवरस्टेपिंग के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
फाइनल राउंड में नीरज ने 84.24 मीटर फायरिंग करते हुए शानदार वापसी की और सोना अपने नाम कर लिया। रजत और कांस्य पदक पर चेक रिपब्लिकन जोड़ी जैकब वाडलेज और विटेज़स्लाव वेस्ले कब्ज़ा किया।