बिकने वाली है घर-घर की चहेती EVEREADY बैटरी कंपनी, जानिए कौन है खरीददार
Ashish Urmaliya | The CEO Magazine
भारत के कोने-कौने में प्रचलित बैटरी और टॉर्च बनाने वाला ब्रांड 'एवरेडी' सौ साल से भी पुराना है। साल 1905 से 1990 तक इस कंपनी पर यूनियन कार्बाइड इंडिया कंपनी का मालिकाना हक रहा है। साल 1990 में खेतान परिवार द्वारा इस कंपनी के मालिकाना हक़ को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ी गई।
कड़े संघर्ष के बाद खेतान परिवार ने बॉम्बे डाइंग के नुस्ली वाडिया के खिलाफ जीत हासिल की और उस समय 300 करोड़ की रकम चुका कर कंपनी को अपने नाम कर लिया।
'एवरेडी इंडस्ट्रीज' बीएम खैतान की अगुवाई वाली विलियम्सन मैगर की फ्लैगशिप कंपनी है जिसमें बीएम खैतान के 45 प्रतिशत शेयर हैं। देश के सबसे पुराने कन्ज्यूमर ब्रैंड्स में से एक एवरेडी सूखी सेल बैटरी और टॉर्च क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हालही में इस कंपनी को बेचने की तैयारी की जा रही है और इससे जुडी बोली भी मंगाई जा रही है।
रिपोर्ट्स में मुताबिक, बीएम खैतान ने इस कंपनी में अपने हिस्से के 45 प्रतिशत शेयर्स में से 30 प्रतिशत शेयर्स बेचने का फैसला लिया गया है। जिसके लिए इन्होनें कोटक महिंद्रा बैंक का चयन किया है। कंपनी को बेचे जाने के पीछे की मुख्य वजह, पिछले कुछ सालों में बिक्री में आई कमी बताई जा रही है। इस कंपनी का शेयर प्राइस भी पिछले साल के मुकाबले आधा रह गया गया है। बता दें, हालिया मार्केट वैल्यू के अनुसार कंपनी की कुल कीमत 1,350 करोड़ रुपये है।
एवरेडी कंपनी हर साल लगभग 1.2 अरब से ज्यादा बैटरी और 2.5 करोड़ फ्लैशलाइट बेचती है। कंपनी के बिकने की खबर बाजार में आते ही कंपनी शेयर्स में अचानक से काफी उछाल देखने को मिला है।