श्रृद्धालु माँ रतनगढ़ माता के ऑनलाइन दर्शन लाभ ले सकेंगे

श्रृद्धालु माँ रतनगढ़ माता के ऑनलाइन दर्शन लाभ ले सकेंगे
श्रृद्धालु माँ रतनगढ़ माता के ऑनलाइन दर्शन लाभ ले सकेंगे
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श्रृद्धालु माँ रतनगढ़ माता के ऑनलाइन दर्शन लाभ ले सकेंगे

वैभव खरे की खास रिपोर्ट

ट्रैक्टर-ट्राली सवारी वहान के रूप में प्रतिबंधित रहेंगे

संभागायुक्त श्री सक्सैना ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की

दतिया। दीपावली की दौज पर 5 एवं 6 नवम्बर को माँ रतनगढ़ माता मंदिर पर आने वाले श्रृद्धालुआंे के लिए की जाने वाली प्रशासनिक व्यवस्थाओं एवं तैयारियों का ग्वालियर संभागायुक्त आशीष सक्सैना ने गुरूवार को गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा कर संबंधित जिलो के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

गूगल मीट के दैरान आईजी ग्वालियर अविनाश शर्मा, डीआईजी राजेश हिंग्णेकर, डीआईजी चंबल रेंज सचिन अतुलकर, कलेक्टर दतिया संजय कुमार, कलेक्टर शिवपुरी अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक दतिया अमन सिंह राठौर, पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री अमित सांघी सहित, उत्तर प्रदेश झांसी के डीएम श्री रविन्द्र कुमार, जालौन की डीएम श्रीमती प्रियंका निरंजन, एसएसपी झांसी श्री शिवहरी मीणा सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों एवं व्यवस्था से जुड़े विभागांे के अधिकारियों से चर्चा की गई।

संभागायुक्त अधिकारियों के साथ रतनगढ़ का भ्रमण करेंगे आज

संभागायुक्त श्री सक्सैना सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 29 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे रतनगढ़ का भ्रमण कर माँ रतनगढ़ माता मंदिर परिसर, वाहन पार्किग पहुंचकर मार्ग पर व्यवस्थाओं आदि का निरीक्षण कर जायजा लंेगेे।

संभागायुक्त श्री सक्सैना ने कहा कि हमें प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों तथा सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जावे कि माँ रतनगढ़ माता पर पहुंचने वाले मार्ग पर सिंध नदी पर बना पुल बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त होने से आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने कहा कि श्रृद्धालुओं को बताया जाए कि माँ रतनगढ़ के ऑनलाईन दर्शन की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी। अतः श्रृद्धालु ऑनलाईन के माध्यम से भी दर्शन लाभ ले सकेंगे। श्री सक्सैना ने कहा कि दर्शन हेतु श्रृद्धालु ट्रैक्टर-ट्राली का उपयोग सवारी गाड़ी के रूप में उपयोग न करे। ट्रैक्टर ट्राली सवारी गाड़ी के रूप में पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाए। उन्होंने जिला प्रशासन दतिया को निर्देश दिए कि दतिया से जुड़े जिलों के प्रशासनिक, पुलिस एवं संबंधित अधिकारियों का एक वाट्सअप ग्रुप भी बनाया जाए। जिससे एक दूसरे जिले को सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सके।

संभागायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि माता के दर्शन हेतु आने वाले मार्ग पर श्रृद्धालुआंे के लिए पेयजल, स्वास्थ्य, वहानों को हटाने हेतु क्रेन आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए और कहा कि मंदिर परिसर में सकरी जगह होने पर स्थान-स्थान पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाए। इस दौरान कोविड गाईड लाईन का भी पूर्ण रूप से पालन कराये जाए। ग्वालियर रेंज के डीआईजी श्री राजेश हिंग्नेकर ने कहा कि दर्शन हेतु आने वाले श्रृद्धालुओं के बड़े एवं छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किग की व्यवस्था करें। पहुंचमार्ग के ऊपर टैंकर या अन्य वाहन खड़े न किए जाए जिससे मार्ग अवरूद्ध न हो।

कलेक्टर दतिया संजय कुमार ने बताया कि दीपावली की दौज पर 5 एवं 6 नवम्बर को माँ रतनगढ़ माता एवं कुँअर बाबा के दर्शन हेतु श्रृद्धालुओं का आना शुरू हो जाता है। श्रृद्धालुओं में अधिकांश लोग ग्रामीण परिवेश के होते है। ऐसे श्रृद्धांलु भी है जो सर्पदंश के बंध कटवाने आते है। उन्होंने बताया कि सितम्बर माह में बाढ़ के कारण रतनगढ़ माता मंदिर पहुंचमार्ग पर सिंध नदी पर बना पुल पूर्णतः क्षतिग्रस्त होने के कारण उस पर आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित है। उन्होंने बताया कि झांसी, छतरपुर, रीवा आदि स्थानों से आने वाले श्रृद्धालु दतिया होते हुए डबरा-पीछोर मार्ग से मंदिर पहुंच सकेंगे। जबकि ग्वालियर मुरैना आदि स्थानों से आने वाले लोग बेहट मार्ग से और जालौन, इटावा से आने वाले लोग भिण्ड़ लहार से होते हुए खमरौली होकर पहुंच सकेंगे। कलेक्टर ने बताया कि 5 नवम्बर की रात्रि 12 बजे से ही श्रृद्धालुओं का आना शुरू हो जायेगा। उन्हांने बताया कि स्थानीय स्तर पर एवं समीपवर्ती जिलों में प्रचार-प्रसार कर लोगों को बताया गया कि कोविड के कारण इस बार भी मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है। दर्शन करने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कोविड-19 की गाईड लाईन का पालन करना होगा।

पुलिस अधीक्षक दतिया अमन सिंह राठौर ने बताया कि इस वर्ष पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण परंपरागत मार्ग का उपयोग नहीं होगा। गूगल मीट के माध्यम से सीमावर्ती जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों ने अपने-अपने सुझाव दिए।

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