विवाह पंचमी पर ओरछा में राम राजा सरकार की बारात में भक्तों ने मचाई धूम

विवाह पंचमी पर ओरछा में राम राजा सरकार की बारात में भक्तों ने मचाई धूम

बुन्देलखण्ड की अयोध्या के नाम से विश्व विख्यात पवित्र पावन पर्यटन एवं धार्मिक नगरी ओरछा धाम में श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी बड़े ही हर्षोउल्लास से मनाया गया। इस चार दिवसीय महोत्सव पर नगर में चहुँओर खुशियाँ छायी हुई है पूरे नगर में बज रही मांगलिक बन्ना बन्नी के गीतों से सारा नगर गुंजायमान हो रहा है। इस शुभ अवसर का ओरछा नगर के हर एक शख्स एवं बाहर से आये हुए श्रद्धालुओं को वर्ष भर प्रभु श्रीरामराजा सरकार की बारात का बेसब्री से इन्तजार रहता है। इस पावन पुनीत महोत्सव की मंगल बेला में नगर की प्रत्येक गली एवं प्राचीन स्मारकों को बेहद ही आकर्षक तरीके से दुल्हन की तरह सजाया सवारा एवं जगह जगह रंगोली, लाईटिंग, झण्डे, तोरण द्वार एवं प्रभु श्रीराम के चारित्रिक बैनर लगाए गए है।

परम्परागत चार दिवसीय श्रीराम जानकी महोत्सव के तीसरे दिन प्रभु श्रीरामराजा सरकार का दरबार श्रद्धालुओं के लिए दोपहर 12 बजे खोला गया और दोपहर 3 बजे बन्द कर दिया गया था।

जन जन के आराध्य प्रभु श्रीरामराजा सरकार की बारात सायं 7 बजे आरती के पश्चात हाथी, घोड़ा, ढोल, नगाड़ों, गाजेबाजों एवं राजशी ठाठबाट के साथ जिले के प्रभारी मन्त्री गोपाल भार्गव, निवाड़ी विधायक अनिल जैन, जिलाध्यक्ष अखिलेश अयाची, पवन दुबे, मन्दिर प्रबन्धक नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, पुलिस अधीक्षक तुषारकान्त विद्यार्थी जनप्रतिनिधि गण एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी श्रीराजाराम सरकार की पालकी को अपने कन्धे पर लेकर मन्दिर के बाहर निकलें। मन्दिर से वरयात्रा के निकलते ही बाहर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा दूल्हा सरकार को सशस्त्र सलामी दी गई। वरयात्रा के दौरान प्रभु श्रीराम अपने छोटे भाई लक्ष्मण जी के साथ पालकी में विराजमान होकर नगर के प्राचीन प्रमुख मार्गों नजाई मोहल्ला, पवार हाऊस, शास्त्री नगर, गणेश दरवाजा, हरिशंकरी मोहल्ला आदि मार्गों पर होती हुई नगर के मुख्य चौराहे पर स्थित प्राचीन जनक भवन के जानकी जू मन्दिर पर लगभग 12 बजे पहुँची जहाँ मन्दिर के मुख्य पुजारी हरीश दुबे ने राजा जनक के रूप में परम्परानुसार बुन्देली रीति रिवाजों मंत्रोच्चार के साथ दूल्हा सरकार का तिलककर बारात की आगवानी की

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