
Ashish Urmaliya ||Pratinidhi Manthan
मलाला युसुफ़ज़ई की जिंदगी परआधारित फिल्म का पहला गाना रिलीज़ हो चुका है। गाने के बोल लोगों के दिलों पर अटैक करनेवाले हैं।
नोबेलशांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर फिल्म आ रही है जिसका नाम है 'गुल मकई'। इसफिल्म का पहला गाना 'किताबें वापस दे दो' रिलीज़ कर दिया गया है। इस गाने का म्यूजिकऔर बोल दिल छू लेने व इमोशनल करने वाले हैं। इस गाने से ही आपको कहानी पूरी तरह सेसमझ आ जायेगी। गाने में दिखाई देता है, कि कैसे आतंकी मुस्लिम समुदाय के लोगों को अपनेबेतुके फरमान सुना रहे हैं और इन फरमानों को न मानने का किसी के पास भी कोई विकल्पभी उपलब्ध नहीं है।
गानेमें साफ़ संदेश दिया जा रहा है कि आतंकी, लड़कियों की शिक्षा के सख्त खिलाफ हैं और कैसेअपने बचपन, खाने-पीने और खेल खिलौनों को दांव पर लगाकर लड़कियां शिक्षा के लिए संघर्षकरती हैं।
गानेके अंत में ये भी साफ़ हो जाता है, कि आखिर आतंकी लड़कियों की ही शिक्षा के खिलाफ क्योंहैं। दरअसल उनका मानना है, कि एक लड़की खुद पढ़ने के बाद अपने पूरे परिवार को पढ़ा लेतीहै, इसलिए आतंकियों के ऐसे मंसूबे हैं कि न लड़की पढ़े और ना ही पूरा परिवार। यह गानाफिल्म में मलाला का किरदार निभा रही रीम शेख और बेतुके फरमान सुनाने वाले आतंकी काकिरदार निभा रहे मुकेश ऋषि के इर्द-गिर्द ही घूमता है।
औरजानकारी के लिए बता दें, इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग कश्मीर में हुई है जिसे अमजदखान डायरेक्ट कर रहे हैं। इस फिल्म के प्रोड्यूसर संजय सिंगला हैं। रीमा सेख मुख्ययानी मलाला का किरदार निभा रही हैं। साथ ही इस फिल्म में आपको दिवंगत प्रचलित बॉलीवुडअभिनेता ओमपुरी की एक्टिंग भी देखने को मिलेगी। इसके अलावा इस फिल्म में दिव्या दत्ता,अतुल कुलकर्णी, मुकेश ऋषि और पंकज त्रिपाठी जैसे कलाकार भी हैं। फिल्म 31 जनवरी,2020 को सिनेमा घरों को हिट करेगी। दिवंगत अभिनेता ओम पुरी की ये आखिरी रिलीज होनेवाली फिल्म होगी।
यहफिल्म मलाला के साहसी सफर व उनके संघर्ष का वर्णन करती है। स्वात घाटी से शुरू होकरसभी को मुफ्त शिक्षा दिलाने की राह से उनके चैंपियन बनने तक की कहानी का वर्णन करतीहै। इसी महीने, लंदन में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित एक ख़ास कार्यक्रम में इस फिल्मको दिखाया गया था, जिसमें दुनियाभर की करीब 450 गणमान्य हस्तियों ने हिस्सा लिया था।इन हस्तियों में भारत व पकिस्तान के उच्च आयोग के प्रतिनिधि, ब्रिटिश कार्यकर्ता, संयुक्तराष्ट्र व आईआईएमएसएएम (कुपोषण के खिलाफ माइक्रो-आल्गी स्पिरुलिना के इस्तेमाल के लिएएक अंतरसरकारी संस्था) आदि विश्व प्रसिद्ध संस्थाओं के सदस्य शामिल थे।