सफलता की उड़ान भरना चाहते हैं, तो जल्द ही मोबाइल एप बनाना सीख लीजिये!

सफलता की उड़ान भरना चाहते हैं, तो जल्द ही मोबाइल एप बनाना सीख लीजिये!

Ashish Urmaliya || Pratinidhi Manthan

आजभारत में इंसान के पास सिर्फ दो ऑप्शन हैं, गृहस्थ जीवन जीना है तो वह टेक्नोलॉजी फ्रेंडलीहो जाये या फिर सन्यास धारण कर वनों की ओर निकल जाये। ऐसा इसलिए, काहे कि यह दौर बदलावका चल रहा है, दुनिया के साथ भारत भी टेक्नोलॉजी की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।आजकल लगभग सारे काम फ़ोन से ही हो रहे हैं। बिजली का बिल भरना हो, यहां-वहां पैसा भेजनाहो, खरीददारी करनी हो, गाड़ी बुक करनी हो, एडमिशन लेना हो, होटल बुक करनी हो, वीडियोकॉल हो, कोई जानकारी लेनी हो, ऐसे कई अनगिनत काम जो आज मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये होतेहैं और आगे न जाने कितना एडवांसमेंट होने वाला है।

एपमार्केट डाटा से जुड़ी रिसर्च कंपनी एप एनी के मुताबिक, आइओएस और एंड्रायड एप डेवलपमेंटके क्षेत्र में इस समय भारत सबसे तेजी से बढ़ता हुआ मार्केट है। खास बात यह है, कि रोजमर्राकी जिंदगी को आसान बनाने के साथ ही मोबाइल एप्स ने टेक सेवी युवाओं के लिए सुनहरे भविष्यके द्वार भी खोल दिए हैं। तो इस आर्टिकल में हमारी चर्चा इसी दिशा का रुख करेगी।

बड़ा हो रहा है मार्केट– सामान्यतः साइंस विषयों से पढ़ाई करने वाले लोगों के लिए एप डेवलपमेंट का क्षेत्र ज्यादा अनुकूल रहता है। लेकिन में आपको बता दूं, डिजाइनिंग और कोडिंग के क्षेत्र में अपनी स्किल्स बढ़ा कर आप भी इस काम को बेहतरीन तरीके से कर सकते हैं और अपना करियर बना सकते हैं। क्रिएटिव बुद्धि रखने वाले युवाओं के लिए इस क्षेत्र में अनगिनत अवसर उपलब्ध हैं। दरअसल, देश में लगातार स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या बढ़ने के चलते एप्स मार्केट में बंपर उछाल आया है जो आगे कई सालों तक रहने की संभावना है। जानकारों की मानें, तो वर्ष 2023 तक एप डेवलपमेंट का यह मार्केट और भी ज्यादा तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।

नौकरियों के मौके–  स्मार्टफोन बाजार में ग्रोथ के साथ, एप डेवलपमेंट क्षेत्र में नौकरियां भी बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। यह तरीका एक नायाब बिज़नेस टूल बनकर उभरा है इसलिए देश-दुनिया की कई बड़ी कंपनियां अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए वेबसाट्स के साथ मोबाइल एप्स का भी सहारा ले रही हैं। और इसीलिए इस एप डेवलपमेंट के बिज़नेस ने भी ग्रोथ पकड़ ली है। आज देश में ऐसी कई कंपनियां हैं, जो एप डेवलपमेंट का बिज़नेस चला रही हैं और लोगों, व्यापारियों के लिए एप्स बना रही हैं और अच्छा ख़ासा टर्नओवर भी कमा रही हैं। ऐसी कंपनियां आपकी तलाश में हैं। इसके अलावा, कई निजी संस्थान व प्रतिष्ठान अपने यहां निजी तौर पर एक एप डेवलपर की टीम को हायर करते हैं। फिलहाल इस क्षेत्र में नौकरियों के सबसे ज्यादा अवसर मोबाइल ऑपरेटर, मोबाइल डेवलपमेंट एप्लिकेशन कंपनियों और वैल्यू एडेड सर्विसेज देने वाली कंपनियों में है। जहां आप मोबाइल यूआइ डिजाइनर, यूजर एक्सपीरियंस ऐंड यूजेबिलिटी एक्सपर्ट एवं कोडिंग एक्सपर्ट के रूप में काम कर सकते हैं। इसके साथ ही आप फ्रीलांसर की भूमिका भी निभा सकते हैं और अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं। नौकरी नहीं करनी तो कोई नए आईडिया के साथ एक बढ़िया सा एप डेवलप करके एंटरप्रन्योर भी बन सकते हैं।

कोर्स करना होगा–  डिमांड बढ़ने के चलते आईआईटी के अलावा और भी कई अन्य शिक्षण संस्थानों ने इसके लिए खास शार्ट टर्म डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत कर दी है। इस डिप्लोमा के अंतर्गत ढाई से तीन महीने का एडवांस्ड ट्रेनिंग कोर्स भी कराया जाता है, जिसमें एंड्रॉयड, आइओएस, विंडोज, ब्लैकबेरी ओएस पर यूज होने वाला मोबाइल एप्लिकेशन बनाना सिखाया जाता है। वैसे तो यह कोर्स किसी भी क्षेत्र या शिक्षण बैकग्राउंड का व्यक्ति कर सकता है और नए आयाम प्राप्त कर सकता है, यह जरूरी नहीं कि आप साइंस के ही स्टूडेंट ही हों, लेकिन डिजाइनिंग क्षेत्र के युवाओं के लिए यह क्षेत्र काफी उपयुक्त माना जाता है। आप चाहें तो यह कोर्स ऑनलाइन माध्यम से भी कर सकते हैं।

खुद को पोलिश करने की ज़रुरत–  अगर आपको इस क्षेत्र में लंबा रास्ता तय करना है, तो एप डेवलपर के रूप में खुद को निखारना होगा, स्पेशलिस्ट बनना होगा।  क्योंकि स्पेशलिस्ट्स की मांग ज्यादा दिनों तक रहने वाली है। आजकल अलग-अलग कंपनियों की खुद के एप को लेकर नई-नई तरह की डिमांड होती है और वह डिमांड सिर्फ एक स्पेशलिस्ट ही पूरी कर सकता है कोई नौसिखिया नहीं। यह फील्ड सिर्फ और सिर्फ क्रिएटिव लोगों के लिए ही है। इसलिए अपनी क्रिएटिविटी को लगातार निखारते रहें। वस्तुओं का अवलोकन करते रहें। कम्पटीशन को देखते हुए आपको हर क्षेत्र, हर विषय पर ध्यान देना होगा।

आमदनी की बात तो की ही नहीं-

यहकोर्स करके अगर आप नौकरी करना चाहते हैं तो आपके नौकरी करियर की शुरुआत 25 हजार रूपएके आस-पास होगी। अनुभव बढ़ने और अच्छे काम की बदौलत आप अच्छी कंपनियों के संपर्क मेंआएंगे और पगार बढ़ती जाएगी। इसके अलावा फ्रीलांसर के तौर पर भी आप अच्छी कमाई कर सकतेहैं।

एक कामयाब वेब डेवलपर बनने के टिप्स पर भी नजर घुमा लीजिये-

–मोबाइल एप्स अलग-अलग सॉफ्टवेयर्स पर डेवलप किये जाते हैं जैसे- जावा, C++, फ्लैश, सीएसएस,पैथोन आदि। अब यह आप पर निर्भर करता है, कि आप इनमें से किस प्लेटफॉर्म का उपयोग करनाचाहते हैं या स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं। सभी की अपनी अलग-अलग क्षमताएं हैं।

–इनमें से किसी एक प्लेटफॉर्म पर लगातार अभ्यास करते रहें, नए-नए प्रयोग करते रहें।

–कॉम्पीटीटरों से मुकाबला करना है, तो मार्केट में क्या चल रहा है उससे वाकिफ रहने कीबहुत ज्यादा ज़रुरत है। क्योंकि हर रोज़ नए-नए तरह के एप्स लांच हो रहे हैं इसलिए आपकोएक एप बना कर चुप नहीं बैठना चाहिए।

–आपको ध्यान रखना होगा, कि आपका एप यूजफुल हो और यूजरफ्रेंडली भी हो। एप को खुद यूजकरें और जरूरत के अनुसार फीचर्स ऐड करें।

देश-दुनियाकी बड़ी आबादी कंप्यूटर से ज्यादा मोबाइल पर निर्भर है। कुछ वर्षों पहले जो काम वेबसाइटोंके जरिये होते थे, अब उससे भी ज्यादा काम मोबाइल एप्स के जरिये होने लगे हैं और कुछज्यादा ही होने लगे हैं। क्योंकि मोबाइल वेबसाइट फ्रेंडली नहीं होता, इसलिए एप्स कामार्केट बढ़ रहा है। सभी एप्स को स्मार्टफोन की साइज को मद्देनजर रखते हुए डिज़ाइन कियाजाता है। इसीलिए आज बेवसाइट्स की अपेक्षा एप्स पर देश-दुनिया के लोगों का ज्यादा इन्वॉल्वमेंटदेखने को मिल रहा है। आज भारत में करीब 100 करोड़ लोग स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं।इसलिए यह यहां पर रोजगार का एक बेहतर विकल्प बन कर उभर रहा है।

इस कोर्स को करने के लिए आप इन प्रमुख संस्थानों का रुख कर सकते हैं-

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास www.iitmad.tech

एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मल्टीमीडिया, कोयंबटूर www.apexmultimediaz.com

एंड्रॉयड इंस्टीट्यूट, कोलकाता http://androidinstitute.in

नोट-यह कोर्स आप ऑनलाइन भी सीख सकते हैं। एप डेवलपिंग सिखाने के लिए ही कई सारे एप्स बनादिए गए हैं जो प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं, लेकिन मात्र 3 घंटे में मोबाइल एप डेवलपिंगसिखाने वालों के झांसे में हरगिज न फसें। रूचि है, तो जल्द ही सीखना शुरू कर दें औरफिर चीन की टिकटॉक और अमेरिका की बड़ी-बड़ी प्रचलित एप कंपनियों को कड़ी टक्कर दें। भारतका प्रतिनिधित्व करें।

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