एथिकल हैकर बनकर कमाएं पैसे और करें सरकार की मदद !   

एथिकल हैकर बनकर कमाएं पैसे और करें सरकार की मदद !
एथिकल हैकर बनकर कमाएं पैसे और करें सरकार की मदद !

एथिकल हैकर बनकर कमाएं पैसे और करें सरकार की मदद !   

Ashish Urmaliya | The CEO Magazine

5 मार्च 2019 को भारतीय जनता पार्टी की ऑफिसियल वेब साइट www.bjp.org हैक हो गई थी। सुबह 11 बजे जब वेबसाइट को खोला गया तो इसमें पीएम मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का एक वीडियो नजर आ रहा था। इसी के साथ वेबसाइट पर कुछ अभद्र भाषा का इस्‍तेमाल भी किया गया था। उसके कुछ देर बाद ही साइट ऑफ लाइन हो गई और एरर का मैसेज दिखने लगा। इसके अलावा और भी कई वेबसाइटों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं आये दिन सामने आती रहती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन सभी घटनाओं के पीछे पाकिस्तानी हैकर्स का हाथ था। खैर इस खबर का जिक्र हमनें सिर्फ इसलिए किया है, कि आप हैकिंग के विषय को आसानी से रिलेट कर पाएं।

क्या फर्क होता है, हैकर और एथिकल हैकर में ?

साइबर स्पेस में हैकिंग एक ऐसा शब्द है, जिसे सुनकर अक्सर लोग घबरा जाते हैं। घबराना बनता भी है, क्योंकि जितनी तेजी से वर्चुअल दुनिया का दायरा बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से साइबर अपराध भी बढ़ रहे हैं। दुनिया के किसी न किसी कौने में वेबसाइट, ईमेल अकाउंट, प्राइवेट फाइल्स की सुरक्षा दांव पर लगी होती है। भारत में हैकिंग IT (इफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) आधारित सुरक्षा के लिए परेशानी का सबब बन रही हैं। हैकर कम्प्यूटर की कमियों का पता लगा कर  हैकिंग प्रक्रिया को अंजाम देते हैं। अनैतिक तरीके से हैकिंग करना अपराध की श्रेणी में आता है और पकड़े जाने पर उचित सजा का भी प्रावधान है। कई साइबर जीनियस हैकिंग का काम सिर्फ लालच के चलते करते हैं।

वहीं दूसरी ओर होते हैं एथिकल हैकर्स, जो साइबर अपराध करने वाले हैकर्स को अपनी कुशलता की दम पर अपराध करने से रोकते हैं। हैकर्स की तरह इनको भी कंप्यूटर और नेटवर्क सम्बंधित तकनीक में विशेषज्ञता प्राप्त होती है। इन्हें किसी व्यक्ति, कंपनी, सरकारी संस्थान द्वारा हायर किया जाता है। जिससे कि उनकी वेबसाइट, ईमेल, कम्प्यूटर की प्राइवेट फाइल्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। ये कम्प्यूटर की उन कमियों को ढूंढ कर ठीक करते हैं जिन कमियों का पता लगाकर हैकर्स किसी भी कंप्यूटर को हैक करते हैं। एथिकल हैकर्स कंप्यूटर की सभी कमियों को हैकर की पहुँच से पहले अपने कंट्रोल में ले लेते हैं।

एथिकल हैकर्स का काम हैकर्स की तरह ही होता है। लेकिन ये कोई भी अनैतिक व आपराधिक काम को अंजाम नहीं देते। इसलिए इन्हें  'व्हाइट हैट हैकर्स' भी कहा जाता है। क्योंकि यह कोई भी काम अपने क्लाइंट के हिट में करते हैं, इसलिए स्वाभाविक तरीके से यह काम एकदम लीगल है। बताते चलें, यह एक चुनौकीपूर्ण पेशा है, जिसमें कभी-कभी लगातार 24 घंटे तक भी काम करना पड़ सकता है।

हैकिंग के क्षेत्र में बनायें अपना भविष्य –

इन्फॉर्मेशन सिस्टम की सुरक्षा के लिए एथिकल हैकरों की मांग दिन प्रति दिन बढ़ रही है, जिससे इस फील्ड में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। अगर आप भी इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, तो तैयार हो जाइये। इस क्षेत्र में बेहतरीन काम करके आप अच्छे खासे पैसों के साथ नाम भी कमा सकते हैं। लेकिन इस प्रोफेशन में कदम रखने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि,

-क्या वाकई आपका इंटरेस्ट कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग में है?  क्योंकि इस फील्ड में आने के लिए कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का अच्छा ज्ञान होना जरूरी है।

-क्या आप जरूरत पड़ने पर दिनों-दिन तक कम्प्यूटर के सामने बैठ सकते हैं?

आज के दौर में देश के अंदर एथिकल हैकरों की काफी कमी है। प्राइवेट कंपनियों के साथ सरकारी संस्थानों जैसे- सेना, पुलिस बलों (सीबीआई और एनआईए), फोरेंसिक प्रयोगशालाओं और जासूसी एजेंसियों और अन्य कई विभागों में हैकर्स की बड़ी मांग है। अब आपके दिमाग में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे। तो आइये उन सवालों के साथ उनके जबाबों पर भी चर्चा कर लेते हैं।

प्रश्न – एथिकल हैकिंग के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?

उत्तर-  एथिकल हैकिंग में कैरियर बनाने के लिए 2 ही मुख्य कोर्स हैं :

  1. सर्टिफिकेट कोर्स इन एथिकल हैकिंग।
  1. पीजी डिप्लोमा इन इनफौर्मेशन सिक्योरिटी ऐंड सिस्टम ऐडमिनिस्ट्रेशन।

इसके अलावा आप सर्टिफिकेट कोर्स इन साइबर लॉ, सीसीएनए सर्टिफिकेशन, सर्टिफाइड एथिकल हैकर, पीजी डिप्लोमा इन साइबर लॉ जैसे उपलब्ध कोर्सेस भी कर सकते हैं।

इसकी शिक्षा प्रदान करने वाले प्रसिद्द संस्थान कौन से हैं?

एथिकल हैकिंग से जुड़ी पढ़ाई करने के लिए हमारे देश में कुछ प्रसिद्द संस्थान उपलब्ध हैं। जैसे-

-एनआईईएलआईटी

-सीईआरटी

-इंडियन स्‍कूल ऑफ एथिकल हैकिंग

-तिलक महाराष्‍ट्र यूनिवर्सिटी

-इन्‍नोबज नॉलेज सॉल्यूशन्स प्रा.लि

-इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंर्फोमेशन सिक्‍योरिटी

कितनी होती है सैलरी?

अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की इस प्रोफेशन को अपनाने से आपको कितनी आय होगी तो बता दें, किसी भी प्राइवेट आर्गेनाईजेशन में काम करने वाले हैकर की शुरूआती सैलरी 20 से 30 हजार होती है। जबकि सरकारी संस्थानों में आपको 30 से 35 हजार की सैलरी ऑफर की जाती है। यह क्षेत्र नया है और संभावनाओं से भरा है। इसलिए जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाएगा और हुनर निखरता जाएगा, आप तरक्की करते जायेंगे। कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां, सरकारी संस्थान आपके हुनर को देखते हुए, मनचाही सैलरी भी ऑफर करते हैं। यूरोपीय देशों में एथिकल हैकर्स को सालाना करीब 50 लाख तक की सैलरी ऑफर की जाती है।

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