इस प्रोडक्ट की डिमांड कभी कम नहीं होती, मात्र 90 हजार से शुरू करें बिज़नेस

इस प्रोडक्ट की डिमांड कभी कम नहीं होती, मात्र 90 हजार से शुरू करें बिज़नेस
इस प्रोडक्ट की डिमांड कभी कम नहीं होती, मात्र 90 हजार से शुरू करें बिज़नेस

इस प्रोडक्ट की डिमांड कभी कम नहीं होती, मात्र 90 हजार से शुरू करें बिज़नेस

Ashish Urmaliya | The CEO Magazine

स्नैक्स और करी प्रोडक्ट उपलब्ध कराने वाली कंपनियां लगातार ग्रो कर रही हैं। इसलिए आज हम केक, ब्रेड और चिप्स की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बारे में बात करने जा रहे हैं। वैसे अब आप महसूस कर रहे होंगे कि, वाकई ये ऐसे प्रोडक्ट्स हैं जिनकी मांग सालभर बनी रहती है। चिप्स को छोड़ दिया जाए, तो ब्रेड और केक जैसे प्रोडक्ट्स में उतनी प्रतिस्पर्धा भी देखने को नहीं मिलती। इस उद्योग को शुरू करने के लिए आप सरकार की खास मुद्रा स्कीम के तहत आसानी से लोन भी ले सकते हैं।

वर्किंग कैपिटल और रॉ मटेरियल-

इस उद्योग के चलाने के लिए लगभग 2 लाख रूपए की वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता होती है। रॉ-मटेरियल की बात करें, तो आपको आटा, मैदा, आलू, दूध, घी, शक्कर, यीस्ट, नमक, फ्लेवर पाउडर व एडिबल कलर की आवश्यकता होती है। और यह सारा मटेरियल बाजार में बड़ी ही आसानी से उपलब्ध है।

आपको खुद से मात्र 90 हजार रूपए लगाने होंगे-

जैसा कि हमने पहले ही बताया, आपको लगभग 2 लाख रुपए की वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता होगी, जिसमें एम्प्लाइज की सैलरी, पैकिंग, टेलीफोन किराया आदि, जैसे खर्च शामिल हैं। इसके अलावा आपके उद्योग को जरूरत होगी फिक्स्ड कैपिटल की जो लगभग 3.5 लाख रुपए होगी। फिक्स्ड कैपिटल में मशीनरी, इक्विपमेंट आदि का खर्च शामिल है. फिक्स्ड कैपिटल और वर्किंग कैपिटल मिलाकर इस उद्योग को शुरू करने के लिए आपको कुल 5.50 लाख रूपए की आवश्यकता होगी। लेकिन अगर आपके पास लगाने के लिए इतना अमाउंट नहीं है तो, इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। क्योंकि लगभग 3 लाख का टर्म लोन और 1.50 लाख का वर्किंग कैपिटल लोन आपको बैंक देगा।

अब कमाई पर आते हैं-

अगर आप लगभग 2 लाख रुपए की वर्किंग कैपिटल के साथ मैन्युफैक्चरिंग करते हैं तो साल भर में करीब 21 लाख रुपए की सेल होगी। इतना प्रोडक्ट तैयार करने में जो आपकी सालाना प्रोडक्शन कास्ट होगी वह होगी लगभग 15 लाख रुपए। टर्म और वर्किंग कैपिटल लोन का सलाना ब्याज होगा करीब 50 हजार रूपए। इसके अलावा 13 हजार रुपए आपको इनकम टैक्स के रूप में चुकाना होगा, बाकि के छोटे- मोटे अन्य खर्च 60-70 हजार रुपए के होंगे। मतलब कुल आय से सारे खर्चे काटने के बाद, आपका सालाना नेट प्रॉफिट करीब 5 लाख रूपए का होगा। यानी लगभग 40 हजार रूपए की मासिक आय। 78 फीसदी वार्षिक रिटर्न के हिसाब से साल भर में आपका पूरा इन्वेस्टमेंट निकल आएगा।

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