क्रेडिट कार्ड में कर्जा चढ़ने की वजह से होती है परेशानी, तो अपनाएं ये तरीके।

क्रेडिट कार्ड में कर्जा चढ़ने की वजह से होती है परेशानी, तो अपनाएं ये तरीके।

Ashish Urmaliya ||Pratinidhi Manthan

आजकल क्रेडिट की दीवानगी लोगों के सिर चढ़कर बोल रही है। मिडिल क्लास लोगों के लिए तोये जादू की छड़ी जैसा है, इसीलिए लगातार इसका प्रचलन बढ़ता जा रहा है। अब तो क्रेडिटकार्ड में ट्रेवल कार्ड जैसे भिन्न-भिन्न विकल्पों की भी पेशकश की जाने लगी है। लेकिनसबसे बड़ी समस्या यह है, कि क्रेडिट कार्ड की वजह से ज्यादातर लोग कर्ज तले दब जातेहैं और इसकी वजह से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है।  इसलिए सबसे पहले हम सभी क्रेडिट कार्ड धारकों कोसलाह देना चाहेंगे, कि क्रेडिट कार्ड का उपयोग दिल से नहीं बल्कि दिमाग से सोच समझकरकरें, वार्ना यह आपको कर्ज में डाल देगा। इसके साथ ही आज हम ऐसे कुछ टिप्स के बारेमें जानने जा रहे हैं, जिनसे क्रेडिट कार्ड के बकाया भार से बचा जा सकता है।   

नंबर वन-  अगर आपने अपने क्रेडिट कार्ड से भरकम राशि की खरीददारीकर लेते हैं, तो ऐसी स्थिति में आप इस राशि को ईएमआई में कन्वर्ट करवा सकते हैं। ताकिईएमआई पर कम ब्याज दर लगे, आप अपने बैंक से इस राशि को आसान ईएमआई के रूप में कन्वर्टकरने की रेकेस्ट भी कर सकते हैं। आपको बता दें, ईएमआई की सुविधा देने के लिए बैंक आपसेमासिक ब्याज, प्रोसेसिंग फीस और दूसरे चार्जेज लेते हैं।

नंबर टू-  कई बार ऐसा होता है, कि क्रेडिट कार्ड धारक अपनेक्रेडिट कार्ड के बिल का पूरा भुगतान नहीं कर पाता। इस समस्या के समाधान के लिए क्रेडिटकार्ड जारी करने वाले बैंक बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। इस सुविधाके अंतर्गत क्रेडिट कार्ड धारक को अपने क्रेडिट कार्ड बिल को दूसरे कार्ड में  ट्रांसफर करने की अनुमति मिल जाती है। इनकेस, दूसरेबैंक की बैलेंस ट्रांसफर फीस और ब्याजदर मौजूदा बैंक से ज्यादा है, तो सलाह दी जातीहै कि ग्राहक बिना बैलेंस ट्रांसफर किये ही राशि का भुगतान कर दे।

नंबर थ्री- आपके पास एक से अधिकक्रेडिट कार्ड हैं, तो आपको कर्ज चुकाने के लिए सबसे पहले उस कार्ड का चुनाव करना चाहिए,जिसकी ब्याज दर सबसे  ज्यादा है। क्योंकि उच्चब्याज दर वाला कर्ज तेजी से ब्याज राशि को बढ़ाता है जो आपके आर्थिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोणसे बिलकुल भी ठीक बात नहीं है। 

नंबर फोर- आपको हमेशा न्यूनतमराशि से अधिक भुगतान करने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि केवल न्यूनतम राशि वाले कर्जका भुगतान आपके कर्ज में फंसने के मौके बढ़ा सकता है। ज्यादा ब्याजदर वाले क्रेडिट कार्डमें केवल न्यूनतम बकाया भुगतान करने से आपका कर्ज अधिक ब्याज के चलते बढ़ता जाता है।

नंबर फाइव- आटोमेटिक पेमेंटसुविधा को चुनना सही रहता है। निर्धारित समय पर बिल के भुगतान से चूकने की समस्या सेबचने के लिए ऑटोमेटिक पेमेंट बेहतरीन ऑप्शन है। इससे आप लेट पेमेंट फीस और अधिक ब्याजके भुगतान वाले चक्कर से छुटकारा पा जायेंगे।

नंबर सिक्स- किसी भी अतिरिक्तचार्ज की जानकारी व फ्रॉड से सचेत रहने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का मंथली स्टेटसनियमित रूप से चेक जरूर करते रहें।

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