News

देश की पहली प्राइवेट ट्रेन की खूबियां आपको आश्चर्यचकित कर देंगी। 

Manthan

देश की पहली प्राइवेट ट्रेन की खूबियां आपको आश्चर्यचकित कर देंगी।

Ashish Urmaliya || The CEO Magazine

IRCTC जल्द ही दिल्ली-लखनऊ रेलवे रूट पर तेजस एक्सप्रेस की आवाजाही शुरू करने वाला है। देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को परिचालन के लिए ब्याड में बिडिंग प्रक्रिया के जरिये जल्द ही प्राइवेट प्लेयर को सौंपा जायेगा। यह ट्रेन सुविधाओं के मामले में भी अव्वल रहेगी।

नवरात्र पर्व पर होगी शुरुआत!

इस ट्रेन का किराया डाइनैमिक फेयर पर आधारित होगा, लेकिन यह हवाई किराए की मुकाबले आधा ही रहेगा। यात्रा के उद्देश्य से तेजस को पटरी पर उतारने की योजना नवरात्र पर्व के दौरान की है। माना जा रहा है कि ट्रेन की शुरुआत 4 अक्टूबर के आस-पास होगी। और इसी के साथ इसकी बुकिंग भी जल्द ही शुरू होने जा रही है। खबरें हैं, कि इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और उनसे इसके लिए वक्त भी मांगा जा रहा है। उनके वक्त देते ही तारीख तय हो जाएगी और 'तेजस' दिल्ली-लखनऊ के बीच पटरी पर दौड़ना शुरू कर देगी, जिसका ठहराव गाजियाबाद और कानपुर स्टेशनों पर भी होगा। आने वाले समय में मुंबई सेंट्रल और अहमदाबाद रुट पर भी दूसरी तेजस का दौड़ना लगभग तय माना जा रहा है।

सबसे बड़ी सुविधा जो हवाई जहाज में सफर करने वालों को दी जाती है!

सूत्रों के मुताबिक, अगर आप तेजस में सफर करते हैं तो आपका सामान घर से पिक करने से लेकर आपकी ड्राप लोकेशन तक पहुँचाने की सहूलियत दी जाएगी। यही नहीं, एक्सिक्यूटिव क्लास या फिर बिज़नेस क्लास यात्री को रेलवे स्टेशन पर लाउन्ज सुविधा उपलब्ध कराने की भी प्लानिंग चल रही है।

इस ट्रेन में आपको फ्लाइट जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। 12 बोगियों वाली इस ट्रेन में एक्जक्यूटिव और चेयरकार दो तरह के क्लास होंगे, जिसमें 2 बोगियां एग्जीक्यूटिव क्लास और 8 बोगियां चेयरकार के लिए होंगी। बाकि की दो बोगियां अन्य कार्यों के लिए होंगी जैसे स्टाफ, फ़ूड, पायलट बोगी आदि। इस ट्रेन में कुल 132 यात्री सफर कर सकेंगे।

आइये इस ट्रेन में मिलने वाली खास सुविधाओं के बारे में बात कर लेते हैं।

– हर सीट के ऊपर अटैंडैंट को बुलाने वाला एक पीला बटन होगा।

– पढ़ाई के लिए रीडिंग बटन की सुविधा भी होगी।

– अगर आपको खिड़की के परदे खोलना या बंद करना है, तो बस बटन दबा दीजिये।

– हर बोगी के दोनों छोरों में सेंसर युक्त स्लाइडिंग दरवाजे होंगे, आप चलते जाइएगा वो खुद ब खुद खुलते जायेंगे।

– डस्टबिन के साथ भी सेंसर वाला ही सिस्टम होगा, जैसे ही कचरा करीब ले जायेंगे खुल जायेगा।

– ट्रेन में गलती से अगर आपने सिगरेट जला दी, तो ट्रेन रूठ जाएगी और बोलेगी अब आगे नहीं जाना। ऑटोमेटिकली।

– हर बोगी में 6 सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे तो संदिग्धों पर नजर रखेंगे।

– ट्रेन की चेन खींचना ओल्ड फैशन हो गया है, इसलिए इमरजेंसी में इस ट्रेन को रोकने के लिए हैंडल दिया गया है।

– अनाउंसमेंट के साथ आपको विज़ुअल्स भी दिखेंगे, जो यात्रा संबंधी सूचना प्रदान करेंगे।

– हर बोगी में एंटी ब्रेकिंग सिस्टम लगा हुआ है, जो पहियों को जाम नहीं होने देगा।

– ओएचई प्रणाली के जरिये बोगियों तक बिजली पहुंचाई जाएगी।

– शौचालय में इंडीकेटर लगा होगा जो बताएगा की कितना पानी उपलब्ध है।

– हर बोगी में सूप या कॉफी बनाने के लिए मिनी किचन की उपलब्धता होगी।

– हर बोगी में दो सेंट्रल टेबल होंगी और पब्लिक इनफार्मेशन डिस्प्ले भी।

– एयरहोस्टेस की तरह ही ट्रेनहोस्टेस आपको भोज्य पदार्थ सर्व करेंगी।

– खानपान की सुविधा हाई क्लास होगी, नास्ते में आपको कॉर्नफ़्लेक्स, फ्रूट सलाद, बन्स, पोहा चाय-कॉफ़ी आदि उपलब्ध करने की योजना है।

– ट्रेन में आपके एंटरटेनमेंट का भी पूरा ख्याल रखा गया है।

इसके अलावा, जब भी आप इस ट्रैन में सफर करेंगे तो आपको होटल बुकिंग फ्लाइट बुकिंग टैक्सी या कैब बुकिंग से लेकर कुली तक की सुविधा बस एक क्लिक में उपलब्ध कराई जाएगी। ध्यान दीजिये, यह अंतिम लाइन वाली खबर सूत्रों के हवाले से है, बाकि ऊपर की खबर पक्की है।

ध्यानगुरु रघुनाथ येमूल गुरुजी की दृष्टि से आषाढ़ की यात्राएँ : भक्ति, ऊर्जा और पर्यावरण का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक समन्वय

यदि भारत ने विश्व पर इंग्लैंड की तरह साम्राज्य स्थापित किया होता! (भाग–3) - ठाकुर दलीप सिंघ जी

ताज इंडियन ग्रुप अपने परिचालन के पहले वर्ष में ही भारत के शीर्ष 4 जूस निर्यातकों में हुआ शामिल

मेगामॉडल वैशाली भाऊरजार को तीन बार सम्मानित कर चुके हैं सिंगर उदित नारायण

गांव से राष्ट्र निर्माण तक,कपिल शर्मा की प्रेरणादायक कहानी