सूरत, गुजरात – 27 नवंबर 2025
जहां पारंपरिक इंटरव्यू कोचिंग प्रति सत्र ₹5,000 से अधिक खर्च कराती है और ज्यादातर बड़े शहरों तक ही सीमित है, वहीं सूरत स्थित स्टार्टअप कमर्सखा भारत के 5 करोड़ से अधिक सरकारी नौकरी उम्मीदवारों के लिए AI-संचालित करियर सहायता बिल्कुल मुफ्त लेकर आया है। खास बात यह है कि यह सेवा व्हाट्सएप पर भी उपलब्ध है—जो टियर-2 और टियर-3 शहरों में सबसे लोकप्रिय संचार माध्यम है।
सरल लेकिन शक्तिशाली विचार पर आधारित प्लेटफ़ॉर्म
पर लॉन्च हुआ यह प्लेटफ़ॉर्म एक सीधी सोच के साथ बनाया गया है—
“जब कंपनियां उम्मीदवारों को चुनने के लिए AI उपयोग कर रही हैं, तो उम्मीदवारों के पास भी एक AI साथी क्यों न हो जो उन्हें सफल होने में मदद करे?”
उद्योग के हालिया आंकड़ों के अनुसार, 75% से अधिक रिज़्यूमे ATS (Applicant Tracking System) द्वारा मानव रिक्रूटर तक पहुंचने से पहले ही रिजेक्ट हो जाते हैं। छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के उम्मीदवारों के लिए यह चुनौती और भी बड़ी है, क्योंकि उन्हें पेशेवर रिज़्यूमे और इंटरव्यू तैयारी के लिए महंगी कोचिंग तक पहुंच नहीं मिल पाती।
“विडंबना यह है कि कंपनियां स्क्रीनिंग के लिए AI का उपयोग करती हैं, लेकिन छोटे शहरों के उम्मीदवारों के पास AI-आधारित तैयारी के साधनों की कमी रही है। कमर्सखा इसी असमानता को खत्म करने के लिए बना है।”
भारत में हर साल 5 करोड़ से अधिक युवा UPSC, SSC, रेलवे, बैंकिंग और विभिन्न सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। इनमें से अधिकांश उम्मीदवार उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छोटे शहरों से आते हैं, जहां कोचिंग या तो अत्यधिक महंगी होती है या उपलब्ध ही नहीं।
कमर्सखा इनके लिए तैयार करता है विशेष सुविधाएं:
UPSC, SSC, रेलवे, बैंकिंग और अन्य परीक्षाओं के फॉर्म, डेट, एडमिट कार्ड और रिज़ल्ट की जानकारी बिना हाई-स्पीड इंटरनेट के, सीधे व्हाट्सएप पर।
कुछ ही मिनटों में पेशेवर, ATS-फ्रेंडली रिज़्यूमे तैयार। यह उम्मीदवार के स्किल्स और अनुभव का विश्लेषण कर आवेदन के रिजेक्ट होने की संभावना कम करता है।
जहां इंटरव्यू कोचिंग ₹5,000–₹10,000 प्रति सत्र तक जाती है, कमर्सखा देता है अनलिमिटेड, रियल-टाइम इंटरव्यू प्रैक्टिस मुफ्त में।
AI वास्तविक इंटरव्यू सवाल पूछता है, तुरंत फीडबैक देता है और भारतीय अंग्रेज़ी व हिंदी-इंग्लिश मिक्स भाषा भी समझता है।
स्मार्ट जॉब मैचिंग, ऑटोमैटिक आवेदन और AI-आधारित करियर गाइडेंस—निजी व सरकारी दोनों क्षेत्रों के लिए।
डिजिटल युग के बावजूद छोटे शहरों में उन्नत करियर संसाधनों की भारी कमी है। कमर्सखा इसी अंतर को खत्म करने के मिशन पर काम कर रहा है।
“चाहे कोई बेंगलुरु में हो या बिहार के गांव में, करियर का भविष्य संसाधनों की कमी से तय नहीं होना चाहिए। हम चाहते हैं कि AI हर युवा के लिए सीढ़ी बने, बाधा नहीं।”
कमर्सखा का लक्ष्य 2026 तक 10 लाख उम्मीदवारों तक पहुंचने का है—खासतौर पर टियर-2 और टियर-3 शहरों के युवाओं को सक्षम बनाने पर जोर। उद्देश्य यह है कि मेरठ, पटना, इंदौर, जयपुर और लखनऊ जैसे शहरों के युवाओं को वही अवसर मिले जो दिल्ली और मुंबई में उपलब्ध हैं।
कमर्सखा की सबसे बड़ी ताकत है—सुलभता।
जहां पारंपरिक करियर कोचिंग हजारों रुपये मांगती है, वहीं कमर्सखा की मुख्य सेवाएं पूरी तरह मुफ़्त हैं।
यह उन लाखों युवाओं के लिए गेम-चेंजर है जो आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन प्रतिभा और मेहनत से भरे हुए हैं। अब भारत के छोटे गांवों के युवा भी वही AI तकनीक इस्तेमाल कर सकते हैं जो पहले केवल महंगी कोचिंग संस्थानों में मिलती थी।
कमर्सखा, सूरत (गुजरात) स्थित एक AI-संचालित करियर टेक्नोलॉजी प्लेटफ़ॉर्म है, जिसकी स्थापना 2025 में यमन खेतान ने की। यह रिज़्यूमे निर्माण, स्मार्ट जॉब मैचिंग, ऑटोमैटिक आवेदन और इंटरव्यू तैयारी जैसी सेवाओं का एकीकृत इकोसिस्टम प्रदान करता है।
प्लेटफ़ॉर्म विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों के युवाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
उपयोगकर्ता कमर्सखा (www.karmsakha.com)
पर मुफ्त साइन अप कर सकते हैं और तुरंत AI रिज़्यूमे बिल्डर, मॉक इंटरव्यू, सरकारी परीक्षा अलर्ट और व्हाट्सएप जॉब नोटिफिकेशन का उपयोग शुरू कर सकते हैं।
मीडिया संपर्क
कमर्सखा PR टीम
ईमेल: support@karmsakha.com
वेबसाइट: www.karmsakha.com