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माइक्रो फाइनेंसिंग में बनाएं भविष्य, सुनहरा मौका

Lubna

Ashish Urmaliya ||Pratinidhi Manthan

यह बैंकिंग का एक ऐसा सेक्टरहै, जिसमें आप अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

दरअसल,माइक्रो फाइनेंस इंस्टिट्यूट (एमएफआई) आर्थिक रूप से कमजोर और वित्तीय मदद की आश लगाएलोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराता है। माइक्रोफाइनेंस इंस्टीटूशन्स वो कंपनियां होती हैं, जो निम्न आय वर्ग के लोगों को अपना खुदका व्यवसाय शुरू करने हेतु कम ब्याज दरों पर कर्ज उपलब्ध कराती हैं।

माइक्रोफाइनेंसिंग की शुरुआत ही ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय उपलब्धता को सुनिश्चित करनेके लिए की गई है। इसका मकसद ही ग्रामीण लोगों की आर्थिक जरूरतों को पूरा करना है। करीब75 फीसदी ग्रामीण क्षेत्र होने के चलते यह भारत के लिए काफी उपयोगी है। इसमें जॉब भीकी बहुत अधिक संभावनाएं हैं।

मौजूदावक्त में बहुत सारी माइक्रोफाइनेंसिंग कंपनियां ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत हैं,जैसे- माइक्रोक्रेडिट फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया, एसकेएस, बंधन, साधना मइक्रोफिन सोसाइटी आदि।इन कंपनियों को बेरोजगार युवाओं को नौकरी के मौके मिलते रहते हैं। इस सेक्टर में विभिन्ननिजी कंपनियों और एनजीओ के आने के चलते हर स्तर पर रोजगार के मौके बढ़ने लगे हैं। इनकंपनियों में एग्जीक्यूटिव के पद से शुरुआत करके ब्रांच मैनेजर तक के पद तक पहुंचाजा सकता है। मौजूदा वक्त में इस फील्ड में भरपूर संभावनाएं हैं।  

सैलरी-

शुरुआतमें आपको 20 से 25 रूपए मिलते हैं, बाद में जैसे-जैसे आपका काम बेहतर होता जायेगा आपकेप्रमोशन के रास्ते खुलते जाएंगे।

योग्यता क्या होनी चाहिए?

माइक्रोफाइनेंसिंग,बैंकिंग या फिर फाइनेंस के क्षेत्र में भविष्य निर्माण के लिए विद्यार्थी को किसी भीसंस्थान से डिप्लोमा या पीजी डिप्लोमा कोर्स करना जरूरी होता है। फाइनेंस में डिप्लोमाकरने के लिए 12वीं में आपके 50 फीसदी अंक होना ज़रूरी है, वहीं पीजी डिप्लोमा करने केलिए ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक होने चाहिए।

दाखिला-

बैंकिंगएक ऐसा सेक्टर है जहां व्यक्ति को तुरंत बातों को समझने की जरूरत होती है। व्यक्तिको खुद ही अपने अंदर ऐसी योग्यता डेवेलोप करनी चाहिए, कि वह कोई भी बात तुरंत समझनेमें सक्षम हो। बैंकिंग व वित्तीय क्षेत्र में पीजी डिप्लोमा प्राप्त करने के लिए पहलेतो आपको एप्टीट्यूड टेस्ट पास करना होता है इसके साथ ही साक्षात्कार भी देना होता है।इसमें आपकी गणितीय, अंग्रेजी, लेखन व रीजनिंग योग्यता की जांच की जाती है।

आप चाहें, तो इन कुछ प्रमुख संस्थानोंसे भी यह डिप्लोमा प्राप्त कर सकते हैं-

–इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली

–मणिपाल युनिवर्सिटी, कर्नाटक

–टीकेडब्लूएस इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग ऐंड फाइनैंस, नई दिल्ली

–सिंबायोसिस इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी, महाराष्ट्र

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